वजन कम करने वाली डाइट का पालन करने का यह अच्छा समय नहीं है। इससे पर्याप्त पोषक तत्व किशोरियों को नहीं मिलेंगे, और वे अपनी पूरी क्षमता तक नहीं पहुंच पाएंगी। एक संतुलित आहार बेहतर विकल्प है, न केवल अब बल्कि लंबे समय के लिए भी। अक्सर किशोरावस्था से गुजर रही बच्चियों व उनके माता-पिता के दिमाग में कई सवाल होते हैं, जैसे-
क्या खाना चाहिए?
छोटे-छोटे भोजन, जिनमें कुछ स्नैक्स के साथ एक दिन में तीन नियमित प्रमुख भोजन शामिल हैं। ये किशोरावस्था में पोषण की जरूरतों को पूरा करने में मदद करेंगे। भोजन छोडऩे का मतलब विटामिन, खनिज और कार्बोहाइड्रेट की कमी होना, जिससे ऊर्जा की कमी हो सकती है। ध्यान केंद्रित करना मुश्किल हो सकता है।
छोटे-छोटे भोजन, जिनमें कुछ स्नैक्स के साथ एक दिन में तीन नियमित प्रमुख भोजन शामिल हैं। ये किशोरावस्था में पोषण की जरूरतों को पूरा करने में मदद करेंगे। भोजन छोडऩे का मतलब विटामिन, खनिज और कार्बोहाइड्रेट की कमी होना, जिससे ऊर्जा की कमी हो सकती है। ध्यान केंद्रित करना मुश्किल हो सकता है।
कार्बोहाइड्रेट से भरपूर
ब्रेड, अनाज व दालें कार्बोहाइड्रेट से भरपूर होते हैं जो मस्तिष्क और मांसपेशियों को ऊर्जा देते हैं। वे फाइबर और विटामिन बी का एक उत्कृष्ट स्रोत हैं। पर्याप्त कार्बोहाइड्रेट के बिना आप थका हुआ महसूस कर सकते हैं। ऊर्जा का स्तर कम हो सकता है। इसलिए प्रत्येक भोजन में कुछ कार्बोहाइड्रेट शामिल करने का प्रयास करें।
ब्रेड, अनाज व दालें कार्बोहाइड्रेट से भरपूर होते हैं जो मस्तिष्क और मांसपेशियों को ऊर्जा देते हैं। वे फाइबर और विटामिन बी का एक उत्कृष्ट स्रोत हैं। पर्याप्त कार्बोहाइड्रेट के बिना आप थका हुआ महसूस कर सकते हैं। ऊर्जा का स्तर कम हो सकता है। इसलिए प्रत्येक भोजन में कुछ कार्बोहाइड्रेट शामिल करने का प्रयास करें।
प्रोटीन और आयरन
बीज और फलियां, दाल, नट्स आदि आयरन व प्रोटीन के अच्छे स्रोत हैं। लाल रक्तकोशिकाओं को बनाने के लिए लोहे की आवश्यकता होती है, जो शरीर के चारों ओर ऑक्सीजन ले जाती है। किशोरावस्था के दौरान, मासिक धर्म शुरू हो जाता है, इससे शरीर में आयरन की कमी होती है। पर्याप्त आयरन न मिले है, तो वे एनीमिया की शिकार हो सकती हैं। यह ऐसी स्थिति है जो आपको थका हुआ महसूस करा सकती है। शारीरिक विकास और मांसपेशियों को स्वस्थ रखने के लिए प्रोटीन की आवश्यकता होती है। इस उम्र में पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन नहीं खा रहे है तो शारीरिक विकास में देरी या लंबाई और वजन प्रभावित हो सकते हैं। दिन में कम-से-कम दो बार प्रोटीनयुक्त खाद्य पदार्थ शामिल करें। यह आंखों, मस्तिष्क व त्वचा आदि के लिए अहम हैं।
बीज और फलियां, दाल, नट्स आदि आयरन व प्रोटीन के अच्छे स्रोत हैं। लाल रक्तकोशिकाओं को बनाने के लिए लोहे की आवश्यकता होती है, जो शरीर के चारों ओर ऑक्सीजन ले जाती है। किशोरावस्था के दौरान, मासिक धर्म शुरू हो जाता है, इससे शरीर में आयरन की कमी होती है। पर्याप्त आयरन न मिले है, तो वे एनीमिया की शिकार हो सकती हैं। यह ऐसी स्थिति है जो आपको थका हुआ महसूस करा सकती है। शारीरिक विकास और मांसपेशियों को स्वस्थ रखने के लिए प्रोटीन की आवश्यकता होती है। इस उम्र में पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन नहीं खा रहे है तो शारीरिक विकास में देरी या लंबाई और वजन प्रभावित हो सकते हैं। दिन में कम-से-कम दो बार प्रोटीनयुक्त खाद्य पदार्थ शामिल करें। यह आंखों, मस्तिष्क व त्वचा आदि के लिए अहम हैं।
पढ़ाई या परीक्षा के दौरान क्या खाएं?
स्वस्थ खाद्य पदार्थ खाने को बेहतर एकाग्रता से जोड़ा जाता है। पढ़ाई और परीक्षा के दौरान स्वास्थ्यवर्धक खाना जरूरी है क्योंकि उस समय मस्तिष्क को अतिरिक्त ऊर्जा की आवश्यकता होती है।
स्वस्थ खाद्य पदार्थ खाने को बेहतर एकाग्रता से जोड़ा जाता है। पढ़ाई और परीक्षा के दौरान स्वास्थ्यवर्धक खाना जरूरी है क्योंकि उस समय मस्तिष्क को अतिरिक्त ऊर्जा की आवश्यकता होती है।
खाद्य पदार्थ के विकल्प
दही और फल। पीनट बटर और शहद के साथ मफिन। केला और पीनट बटर सैंडविच। दूध के साथ ताजा फल स्मूदी या दही। दूध और फल के साथ नाश्ता। अनाज, सूखे फल और नट्स, मूसली, ओट्स के साथ बने मफिन खाएं। कस्टर्ड और फल आदि लें।
दही और फल। पीनट बटर और शहद के साथ मफिन। केला और पीनट बटर सैंडविच। दूध के साथ ताजा फल स्मूदी या दही। दूध और फल के साथ नाश्ता। अनाज, सूखे फल और नट्स, मूसली, ओट्स के साथ बने मफिन खाएं। कस्टर्ड और फल आदि लें।