डभड़ी गांव के स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों ने अपनी मेहनत के दम पर 10 किलोमीटर की खराब सड़क ( Bad Road ) को वाहनों की आवाजाही के लायक बना दिया। जिस सड़क को बच्चों ने बनाया उस पर सड़क निर्माण पूरा नहीं हो सका था। यहीं वजह है कि सड़क पर जगह-जगह पत्थर फैले हुए थे।
Indian Army Day 2020: 72वां सेना दिवस आज, जानें 15 जनवरी को ही क्यों मनाया जाता है आर्मी डे
इसलिए लोगों को इस राह से गुजरने में काफी परेशानी हो रही थी। ऐसे में स्कूल के बच्चों ने स्कूल बंक कर सड़क बनाने की ठानी। इसके बाद सब बच्चों ने एक साथ मिलकर सड़क पर पड़े पत्थरों को हटाया। एक ग्रामीण के मुताबिक प्रशासन ने इस सड़क निर्माण कार्य अधूरा छोड़ दिया था।
जिसके चलते लोगों को यहां से आने-जाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। इस वजह से बदनपुर डिपो से राज्य परिवहन ने अपनी सेवा एक महीने से अधिक समय के लिए रोक दी थी। इसी वजह से छात्रों ( Students ) को स्कूल पहुंचने के लिए रोजाना 10 किलोमीटर पैदल चलना पड़ता था।
शिकारी शेर शिकार के पीछे दुम दबा के दौड़ा, हिरण ने चखाया मज़ा
जिसमें बच्चों का अधिकतर वक़्त जाया हो जाया करता था। ऐसे में हर रोज इस समस्या से दो-चार हो रहे बच्चों ने खुद ही सड़क को बनाने की कवायद शुरू की। स्थानीय लोगों का कहना है कि बच्चों की कोशिश से यह सड़क चलने लायक हो पाई है।
अब सरकार या प्रशासन को भी इस ओर ध्यान देना चाहिए ताकि लोगों की दिक्कतें दूर हो सकें। मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत 18 किलोमीटर लंबे धनगांव राजौर रोड के निर्माण को मंजूरी मिल गई थी, लेकिन यह काम फिर भी पूरा नहीं हो सका था।