मासूम बच्चे की 28 हड्डियां तोड़ पिता ने पहुंचाया मौत के घाट, मिली 16 साल की सजा ताजमहल के चमेली फर्श (chameli floor stone) के 400 पत्थर पूरी तरह से जर्जर हो चुके हैं। इसके लिए राजस्थान के बंशीपहाड़पुर से लाल पत्थर और मकराना से मार्बल मंगाया गया है। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग ने इन पत्थरों को चिह्नित कर बदले जाने के लिए टेंडर निकाला था। पत्थरों को तराशने का कार्य सोमवार से शुरू होगा। चमेशी फर्श पर जो पत्थर लगे हैं, उनमें फूल-पत्तियों की आकृति बनी हुई है। नये पत्थरों पर भी ऐसी ही आकृतियां उकेरी जाएंगी। चमेली फर्श में तांतपुर के लाल पत्थरों का प्रयोग हुआ है। इस बार संरक्षण कार्य के दौरान राजस्थान के बंशी पहाड़पुर से पत्थर मंगाया गया है।
ताजमहल का निर्माण वर्ष 1648 में पूरा हुआ था। तब से चमेली फर्श के पत्थर नहीं बदले गए हैं। ऐसे में ऐतिहासिक धरोहर को सहेजकर रखने के लिए फर्श के पत्थर बदले जा रहे हैं। पत्थरों की कटिंग से निकलने वाले कणों से स्मारक को नुकसान न पहुंचे इसलिए इसे परिसर से बाहरी क्षेत्र में तराशा जाएगा। फर्श के पत्थरों को लगाने से पहले मशीनों के जरिए काटा जाएगा। इसके बाद छैनी और हथौड़े से इनको तराशा जाएगा।