अगर सपने में दिखे रोते या लड़ते हुए कुत्ते तो जान लें इनका मतलब, कहीं अनहोनी का तो नहीं संकेत!
कुछ लोगों ने किया विरोध
दरअसल, लॉकडाउन ( Lockdown ) के दौरान स्विचबोर्ड के अंदर एक पक्षी ने घोंसला बनाकर उसमें अंडे भी दे दिए। जब लोगों ने देखा तो उसमें तीन नीले और हरे रंग के अंडे मौजूद थे। घोंसले की तस्वीर गांव के व्हाट्सऐप ग्रुप में वायरल हो गई। देखते ही देखते पूरे गांव में चर्चा शुरू हुई। हालांकि, इस बीच कुछ लोगों ने इसका विरोध भी किया। लेकिन पंचायत की अध्यक्ष एच कालीश्वरी भी इस मुहिम में शामिल हो गईं। ऐसे में निर्णय लिया गया कि कोई भी स्विचबोर्ड का प्रयोग नहीं करेगा और ना ही लाइट जलाएंगे।
35 दिन तक अंधेरे में रहा गांव
विरोध के बावजूद गांव वालों ने फैसला लिया कि कोई भी लाइट नहीं जलाएगा। बता दें कि 35 दिन तक गांव अंधेरे में रहा। लेकिन, खुशी की बात है कि अब पक्षी और उसके बच्चे सुरक्षित हैं और घोंसले में नहीं है। इस पहल के बाद लोग गांव वालों को सलाम कर रहे हैं। यह खबर सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रही है।