दरअसल ओलिविया 15 साल की उम्र से ही शराब पीने लगी थी और युवा अवस्था में आते-आते वे शराब की आदी हो चुकी थी। पार्टी में तो एक बोतल शराब भी कम पड़ जाती थी। नतीजा यह हुआ कि उससे उसके दोस्त कटने लगे। पार्टी में फुल लोड होने के बाद वे फास्ट फूड खाती जिससे उसकी पूरी लाइफस्टाइल ही बिगड़ गई।
ओलिविया टाइप 1 डायबिटीज का शिकार हो गई 2019 में तो ज्यादा शराब पीने से हालत इतनी बिगड़ी कि वह निमोनिया के गिरफ्त में आगई और उसे क्वीन एलिजाबेथ अस्पताल में कोमा की हालत में दो दिनों तक भर्ती तहना पड़ा। इस बीच कोरोना के चलते लॉकडाउन लगा ऐसे में ओलिविया ने खुद में बदलाव लाने का ठान लिया।
जैसे ही ओलिविया के मन में सकारात्मक विचार आने लगे वह जंक फूड और शराब को पूरी तरह से तौबा कह दिया। उसने कहा कि “मैंने नोटिस किया कि कुछ भी खुला नहीं है, पब-बार सब बंद थे। मुझे लगा कि मैं इस मौके का फायदा उठा सकती हूं। मैंने सिर्फ पानी और ग्रीन टी पीना शुरू किया। इस बीच एक्सरसाइज भी शुरू किया।”
नतीजा यह हुआ कि ओलिविया 10 महीनों तक शराब को हाथ भी नहीं लगाया उसका वजन भी काफी तेजी से घटा। ओलिविया अब दूसरे पीड़ितों को मोटिवेट कर रही हैं।
ओलिविया ने बताया कि “पहले जब मैं ड्रिंक करती थी तो मेरे लिए डेटिंग ऑप्शन नहीं थे, ऐसे में मैं रिलेशनशिप के लिए तैयार नहीं थी लेकिन लॉकडाउन के दौरान एक शख्स से बातें शुरू की जब लॉकडाउन हटा तो हम एक दूसरे से मिलने लगे। मैं अब रिलेशनशिप में हूं, काफी खुश हूं, जल्द ही हम साथ वर्कआउट जाने की तैयारी कर रहे हैं। मुझे लगता है कि ये लॉकडाउन कई लोगों के लिए काफी खराब रहा होगा लेकिन यह मेरे लिए बेहतर साबित हुआ है।