बीकॉम की क्लास में प्यार के फार्मूले सिखा रहे थे प्रोफ़ेसर साहब, कॉलेज ने उठाया बड़ा कदम आपको बता दें कि कोलकाता Kolkata में इस कैफे का नाम ‘कैफे पॉजिटिव‘ है। दरअसल यह कैफे एक एनजीओ की मदद से काम करता है और समाज में HIV पीड़ितों को देखने का नज़रिया बदल रहा है। इस कैफे को खोलने वाले शख्स का नाम कैलोल घोष है। घोष ने समाज में HIV पीड़ित लोगों को देखने का नज़रिया बदलने के लिए उन्होंने ये कैफे खोला है।
इस कैफे में HIV पॉजीटिव 10 लोग काम करते हैं। दरअसल ये लोग यहां सिर्फ सर्विंग का काम करते हैं और किचन में काम करने के लिए यहां अलग से एक स्टाफ काम करता है। आपको बता दें कि ये लोग यहां सिर्फ सर्विंग देखते हैं और जो लोग इस कैफे में आते हैं उन्हें पहले से ये पता होता है कि खाना सर्व करने वाले लोग HIV पॉजिटिव है।
जब छात्रों के सामने मनोहर पर्रिकर ने हिचकते हुए कहा था, हां मैंने भाई के साथ ‘एडल्ट फिल्म’… यह कैफे समाज में HIV एचआईवी पॉजिटिव लोगों के प्रति लोगों में फैले भ्रम को दूर करने का काम कर रहा है और इस कैफे में बहुत सारे लोग आते रहते हैं। बता दें कि HIV पॉजिटिव लोगों को समाज में कई सारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है ऐसे में ये कैफे HIV पॉजिटिव लोगों में एक नई आस जगा रहा है।