ब्रिटेन के अंतरिक्ष निदेशालय (Britain’s Space Directorate) की तरफ से जारी किए गए बयान में कहा गया है कि “रूस ने हथियार जैसी कोई चीज़ को लॉन्च कर जिस तरह से अपने एक सैटेलाइट को टेस्ट किया है उसको लेकर हमलोग चिंतित हैं। ये अंतरिक्ष के शांतिपूर्ण इस्तेमाल के लिए ख़तरा है।
ब्रिटेन ने दिखाई आंख
ब्रिटेन के अंतरिक्ष निदेशालय (Britain’s Space Directorate) के प्रमुख एयरवाइस मार्शल हार्वे स्मिथ (AirVoice Marshal Harvey Smith) ने रूस से आग्रह करते हुए कहा कि इस तरह की हरकत से अंतरिक्ष में मलवा जमा होने का भी ख़तरा रहता है जो कि सैटेलाइट और पूरे अंतरिक्ष सिस्टम को नुक़सान पहुँचा सकता है जिस पर सारी दुनिया निर्भर करती है।
वहीं इस मामले पर अमरीका का कहना है कि रूस का ये वही सैटेलाइट सिस्टम है जिसके बारे में उसने साल 2018 में भी चिंता ज़ाहिर की थी और इस साल भी सवाल उठाया था जब अमरीका ने रूस पर आरोप लगाया था कि उसका एक सैटेलाइट अमरीका के एक सैटेलाइट के क़रीब जा रहा था।
रूस पर आक्रामक हुआ अमेरिका
अमेरिका के स्पेस कमांड (US Space Command) के प्रमुख जनरल जे रेमंड (Jay raymond) ने कहा कि इस बात के सुबूत हैं कि रूस ने अंतरिक्ष में स्थित एक सैटेलाइट विरोधी हथियार का टेस्ट (Russia launches killer satellite) किया है। उन्होंने कहा कि स्पेस स्थित सिस्टम को विकसित करने और उसको टेस्ट करने की रूस की लगातार कोशिशों का ये एक और सुबूत है। जनरल रेमंड ने कहा कि रूस ने सैटेलाइट के ज़रिए ऑर्बिट में एक नई चीज़ को लॉन्च किया है।
अंतरिक्ष में होगी जंग?
बता दें रूस के इस कारनामे के बाद दुनियाभर में आशंका जताई जा रही है कि दुनिया अब अंतरिक्ष में जंग ( war in space) की ओर बढ़ती दिखाई दे रही है। माना जा रहा है कि इससे अंतरिक्ष में भी हथियारों की रेस शुरू हो सकती है।