अमेरिका के इलिनॉइस की रहने वाली इस महिला का नाम मॉली लेंसिंग है। मॉली अपनी दो महीने की बेटी के साथ कोलॉराडो एयरपोर्ट पर थीं, जो अपनी फ्लाइट का इंतज़ार कर रही थीं। मॉली की फ्लाइट करीब 20 घंटे लेट थी। एयरपोर्ट पर यात्रियों की इतनी भीड़ इकट्ठा हो गई कि लोगों को बैठने के लिए कहीं जगह नहीं मिल रही थी। काफी देर तक खड़े-खड़े इंतज़ार करने के बाद मॉली को एक बेंच पर बैठने की जगह मिल गई तो वे वहां बैठ गईं। मॉली ने बताया कि उनकी नन्ही बच्ची काफी देर से बेबी कैरियर में थी, इसलिए उसे ठीक तरीके से आराम करने के लिए ज़मीन पर लिटा दिया और अपना फोन चेक करने लगीं।
महिला ने बताया कि कई घंटों से बच्ची को लेकर घूमने की वजह से उनका शरीर काफी दर्द हो रहा था। इसके साथ ही बच्ची भी बेबी कैरियर में कई घंटों से थी, इसलिए उसे भी आराम करने के लिए सीधे लिटाना ज़रूरी था। मॉली ने बताया कि उन्होंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि उनके एक सामान्य गतिविधि को लोग इतने गलत तरीके से लेंगे और कोसेंगे। बता दें कि एयरपोर्ट पर महिला और उनकी बच्ची की तस्वीर लेने वाले शख्स का नाम अलबर्ट आइंस्टाइन है। अलबर्ट ने महिला की फोटो खींच सोशल मीडिया पर शेयर कर दी।
अलबर्ट ने फोटो के साथ एक कैप्शन भी दिया,जिसमें लिखा था कि ”मैं इस बात से डरा हुआ हूं कि एक दिन टेक्नोलॉजी हमारी इंसानियत हमसे छीन लेगी और ये दुनिया बेवकूफों की पीढ़ियों से आबाद होगी।” मॉली ने अलबर्ट को लताड़ते हुए कहा कि उसने बिना उनकी इजाज़त के फोटो खींची और मनगढ़ंत कहानी बनाकर डाल दी।