सोशल मीडिया पर आए दिन कोरोना वायरस को लेकर कई दावे किए जाते रहे हैं।
अब इन दिनों एक पोस्ट खूब वायरल (Viral Massage) हो रहा है।
जिसमें दावा किया जा रहा है कि पांडिचेरी यूनिवर्सिटी (Pondicherry University) के एक छात्र ने काली मिर्च (Black Papper) के जरिए कोरोना की दवा बना ली है
Viral Massage
Patrika Fact Finder: पिछले कुछ दिनों से फेसबुक और ट्विटर पर एक पोस्ट तेजी से वायरल हो रहा है। इस पोस्ट में ये दावा किया जा रहा है कि कोविड-19 का घरेलू उपचार खोज लिया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ( WHO) ने भी उसकी दवा को कारगर माना है। मैसेज में लिखा है-
‘एक सुखद समाचार, अन्ततोगत्वा पॉन्डिचेरी विश्वविद्यालय के एक भारतीय छात्र रामू ने कोविड-19 का घरेलू उपचार खोज लिया जिसे WHO ने पहली बार में ही स्वीकृति प्रदान कर दी। रामू ने सिद्ध कर दिया कि एक चाय के चम्मच भरकर काली मिर्च का चूर्ण, दो चम्मच शहद, थोड़ा सा अदरक का रस, लगातार 5 दिनों तक लिया जाय तो कोरोना के प्रभाव को 100% तक समाप्त किया जा सकता है. सम्पूर्ण जगत इस उपचार को लेना आरम्भ कर रहा है. अन्ततः 2020 में एक सुखद अनुभव. इसे अपने सभी समूहों में प्रेषित अवश्य करें। धन्यवाद।”
क्या है सच? Patrika Fact Finder ने जब इस वायरल पोस्ट का पता लगाया तो इसे झूठा पाया। WHO ने ऐसी कोई बात नहीं कही है। वर्ल्ड हेल्थ आर्गनाइजेशन ने इसे फर्जी खबर बताया है। WHO के वेवसाइट के मुताबिक पहले भी काली मिर्च से कोरोना का इलाज जैसे फेक न्यूज सामने आए थे। लेकिन वे अंग्रेजी में थे। उसमें भी यहीं बात कही गई थी। WHO के मुताबिक कोरोना वायरस की अब तक कोई दवा नहीं बनी है और न ही काली मिर्च के खाने में इस्तेमाल करने से कोरोना वायरस से बचा जा सकता है।
सेहत के लिए अच्छी है काली मिर्च बता दें काली मिर्च कोरोना को तो खत्म नहीं कर सकती है। लेकिन ये कई रोग में दवा के तौर पर जरूर इस्तेमाल की जाती है। शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में भी काली मिर्च सहायक होती है।