script

श्री कृष्ण भगवान के साथ इसलिए होती है राधा की पूजा, पुराणों में मिलता है इसका उल्लेख

locationनई दिल्लीPublished: Aug 23, 2019 03:15:06 pm

Submitted by:

Prakash Chand Joshi

कृष्ण भगवान के जन्मदिन के रुप में मनाते हैं इस दिन को

krishna with radha

नई दिल्ली: हर साल पूरा देश कृष्ण जन्माष्टमी को बड़ी ही धूमधाम से मनाता है। इस साल ये त्योहार शनिवार यानि 24 अगस्त को मनाया जाएगा। इस दिन भगवान कृष्ण का जन्म हुआ था। इस मौके पर लोग भगवान कृष्ण और राधा की पूजा करते हैं। लेकिन क्या आपने कभी ये सोचा है कि भगवान कृष्ण के साथ राधा की पूजा क्यों होती है?

ra.jpg

श्री कृष्ण जी की पत्नियों में से रुक्मिणी सबसे ज्यादा प्रसिद्ध है और उन्हें देवी लक्ष्मी का अवतार माना जाता है, फिर भी कृष्ण के साथ राधा का नाम अधिक प्रसिद्ध हैं और पूरी दुनिया में राधे-कृष्णा नाम की पूजा की जाती है। भागवत पुराण के अनुसार, आदि पराशक्ति भगवान विष्णु की भौहें के बीच केंद्र से पैदा हुई थी। फिर योग माया ने खुद को दो हिस्सों में विभाजित कर दिया। एक हिस्सा राधा बन गया और दूसरा हिस्सा लक्ष्मी बन गया।

ra1.jpg

हिन्दू ग्रंथों में राधा के अस्तित्व के बारे में केवल कुछ ही सबूत हैं। श्रीमद् भागवतम् या महाभारत सबसे पुराने ग्रंथ हैं, जहां हम उनके अस्तित्व के सबूत पा सकते हैं। लेकिन राधा और कृष्णा के बचपन के प्रेम को लोकप्रियता मध्यकालीन समय में भक्ति आंदोलन के दौरान गीतगोविन्द जैसे महाकाव्य से मिली थी। यह राधा की भक्ति और कृष्णा के लिए उनके प्यार के रूप में अधिक प्रचलित है। इसमें राधा और कृष्ण के अलग होने के दर्द और उनके अंतिम पुनर्मिलन की बात की गई हैं। जोकि आत्मा का परमात्मा के प्रति निःस्वार्थ प्रेम को दर्शाता है।

ट्रेंडिंग वीडियो