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महिलाओं ने प्रशासन को दिया फिर अल्टीमेटम,जब तक पूरी नहीं होगी मांग तब तक न करेंगी ‘वो काम’ और ना पैदा करेंगी बच्चे

Published: Sep 21, 2018 12:43:18 pm

Submitted by:

Arijita Sen

अच्‍छी सड़कों की मांग को लेकर यहां की महिलाएं सेक्स स्ट्राइक करने पर उतर आईं हैं।

cross leg

महिलाओं ने प्रशासन को दिया फिर अल्टीमेटम,जब तक पूरी नहीं होगी मांग तब तक न करेंगी ‘वो काम’ और ना पैदा करेंगी बच्चे

नई दिल्ली। जिंदगी में आप में से अधिकतर लोगों ने ऐसा होते देखा होगा कि जब कई बार गुहार लगाने के बाद भी सरकार या प्रशासन जनता की मांग पूरा करने में असमर्थ रहते हैं तो ऐसे में लोग हड़ताल या स्ट्राइक करने पर उतर आते हैं। ऐसा करके वे अपनी मांग को कैसे भी पूरा करवा लेते हैं।

आज हम आपको दक्षिण पश्चिम कोलंबिया के छोटे से शहर बारबाकाओस के बारे में बताएंगे। जहां महिलाएं अच्‍छी सड़कों की मांग को लेकर दो साल में दूसरी बार स्‍ट्राइक पर चली गईं। जैसा कि हम पहले ही बता चुके हैं कि इसमें कोई नई बात नहीं है, लेकिन यहां इस बात का जिक्र इसलिए किया जा रहा है क्योंकि यह स्ट्राइक सबसे हटकर है। ऐसा इसलिए क्योंकि बारबाकाओस की महिलाएं सेक्स स्ट्राइक करने पर उतर आईं हैं।

जी हां, औरतों ने अपने साथियों से सेक्स करने पर इन्कार कर दिया है और इसे ‘क्रॉस लेग्‍स मूवमेंट’ का नाम दिया है। उनकी मांग है कि, जब तक शहर की सड़कों को देश के दूसरे हिस्‍सों से जोड़ा नहीं जाएगा तब तक वे अपनी हड़ताल को जारी रखेंगी।

cross leg movement

दरअसल, साल 2011 में एंबुलेंस के सड़क में फंसने से वक्त पर अस्पताल न पहुंचने के कारण एक प्रेग्नेंट महिला की मौत हो गई थी। तब पहली बार यहां की महिलाओं ने पहली बार ऐसा किया था और उस दौरान जज मैरीबेल सिल्‍वा भी इस हड़ताल में शामिल होकर महिलाओं का साथ दिया था। उस समय में भी महिलाओं ने फैसला लिया था कि जब तक सड़कों की हालत ठीक नहीं होती तब तक वे न ही सेक्स करेंगी और न ही बच्चे पैदा करेंगी।

सेक्स स्ट्राइक हड़ताल के 19 दिन बाद बारबाकाओस के दो राजनेताओं ने यहां की महिलाओं से वादा किया था कि, जल्द ही सड़कों की हालत ठीक की जाएगी और सरकार कम से कम 35 मील सड़क का निर्माण भी करेगी,लेकिन दो साल बीत जाने के बावजूद भी ऐसा कुछ नहीं हुआ। बस इसी के चलते अब महिलाएं फिर से ऐसा करने को मजबूर हुईं। हालात को देखते हुए सेना के इंजीनियर बुलडोजर और बाकी मशीनों के साथ मैदानों पर उतर आए हैं और उन्होंने मरम्मत कार्य करना भी शुरु कर दिया है।

 

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