युवी का ये सपना रह गया अधूरा
युवराज भारतीय टीम में ऑलराउंडर के रूप में खेलते थे। जहां युवी अपने बल्ले से लंबे-लंबे शॉट लगाते थे, तो वहीं वो आर्म स्पिन गेंदबाजी भी करते थे। साल 2000 में युवी ने भारत के लिए इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू किया था। वहीं उन्होंने एक सपना भी देखा था कि वो 2019 क्रिकेट वर्ल्ड कप में खेलें, लेकिन उनका ये सपना अधूरा रह गया। इसके पीछे उनकी फिटनेस और खराब फॉर्म को कारण माना जा सकता है। साल 2007 और 2011 के वर्ल्ड कप में युवराज सिंह ने खेला था। इन दोनों ही टूर्नामेंट में वो हीरो रहे, जिसके चलते इन दोनों ही टूर्मामेंट में उन्हें ‘मैन ऑफ द सीरीज’ चुना गया।
नहीं भुला पाएगा कोई युवी के ये 6 छक्के
भले ही इस वक्त युवराज अच्छी फॉर्म में नहीं हो, लेकिन एक समय वो भी था जब उनकी फॉर्म के चर्चे हर जगह होते थे। इन्हीं में से एक है साल 2007 का टी-20 वर्ल्ड कप। इस टूर्नामेंट में युवी ने इंग्लैंड के स्टुअर्ट ब्रॉड के ओवर की 6 की 6 गेंदों पर 6 सिक्स जड़े थे। वहीं इस साल युवराज आईपीएल भी खेले। वो मुंबई इंडियंस की तरफ से खेले, लेकिन उन्हें ज्यादा मौके नहीं मिले। इस साल 4 मैचों में युवी ने 98 रन बनाए। युवराज भारतीय टीम के वो खिलाड़ी थे जो हमेशा ही टीम के बैटिंग ऑर्डर में नंबर 4 पर फिट जमे।