नाराजगी जताई
होम क्वारेंटाइन में स्थित 20 जनों ने आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि कासरगोडु से आए हम सभी को अधिकारियों ने आशादीप समाज केंद्र में रखा है परन्तु हमें सही सुविधा नहीं दी है। हमें भोजन देने वाला भी कोई नहीं है। हमें शुक्रवार शाम को ही यहां लाया गया है परन्तु हमारे लिए सही भोजन की व्यवस्था नहीं की है। वहां से भूखे आए हैं। हमें संदेह से देखा जा रहा है। हमने क्या चोरी की है। हमारे साथ ऐसा बर्ताव क्यों किया जा रहा है।कासरगोडु से आए 87 जने क्वारेंटाइन में
पड़ोसी राज्य केरल में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढऩे के कारण कर्नाटक में भी कोरोना पॉजिटिव के मामले बढ़ रहे हैं। इसके चलते राज्य सरकार ने राज्य से लगी केरल की सीमा को बंद करने का फैसला लिया है। इसी बीच कासरगोडु से बागलकोट जिले को आए 87 जनों को क्वारेंटाइन में रखा गया है। केरल में कोरोना संक्रमितों के बढऩे के चलते कासरगोडु से आने वालों पर पैनी नजर रखी गई है। इससे राज्य में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढऩे का भय है। इसके चलते कासरगोडु, गोवा तथा मेंगलूरु से आने वालों को बागलकोट जिले के हुनगुंद तालुक के करडी गांव में प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया गया है। साथ ही इन क्षेत्रों से आने वालों के रिश्तेदारों की जानकारी देने का ऐलान किया गया है। कासरगोडु, गोवा तथा मेंगलूरु से आए लोगों को देखकर बागलकोट के लोग भयभीत हुए हैं। इसके चलते हुनगुंद आए 28 जनों को छात्रों के (अनुसूचित जाति) छात्रावास में तथा 14 जनों को आदर्श विद्यालय में क्वारेंटाइन में रखा गया है। गुलेदगुड्डा के आसंगी गांव में 22 जनों को आशादीप स्कूल में क्वारेंटाइन में रखा गया है। बादामी तालुक के जालिहाल गांव आए 23 जनों को मैट्रिक पूर्व बालकों के छात्रावास में क्वारेंटाइन में रखा गया है। बागलकोट जिले के हुनगुंद, बादामी तालुक से बाहरी जिले, राज्यों को रोजगार की तलाश में पलायन कर गए लोगों की संख्या अधिक है। इसके चलते सतर्कता कार्रवाई के तौर पर बाहर से आने वालों को निगरानी में रखा जा रहा है।