शहर के इंदिरा ग्लास हाउस में धारवाड़ जिला कोविड नियंत्रण प्रगति समीक्षा बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत में स्वास्थ्य मंत्री डॉ. सुधाकर ने कहा है कि स्वास्थ्य तथा चिकित्सा शिक्षा विभाग समेत सभी विभागों में ए से सी श्रेणी तक स्थायी कर्मचारियों को नियुक्त किया जा रहा है। डी श्रेणी को बाहरी संविदा के आधार पर नियुक्त किया गया है। ग्रामीण इलाकों में कोरोना संक्रमण का फैलना खौफनाक है। राज्य सरकार ने इस कारण सभी गांवों में संक्रमितों को अनिवार्य तौर पर कोविड केयर सेंटर को स्थानांतरित कर इलाज करने का फैसला किया गया है।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी तथा जिला प्रभारी मंत्री जगदीश शेट्टर के निर्देश के तहत धारवाड़ जिले में केंद्रीकृत ऑक्सीजन बेड वितरण व्यवस्था लागू करने के जिलाधिकारी को निर्देश दिए हैं। किम्स में 125 वेंटिलेटर कोविड मरीजों के लिए आरक्षित किए गए हैं। एक हजार मरीजों का किम्स में इलाज किया जा रहा है। किम्स के चिकित्सकों को पूरी तरह सदुपयोग करने के जिलाधिकारी को निर्देश दिए गए हैं। फिलहाल कोविड लक्षण वाले, सारी, आइएनआइ तथा संक्रमितों के प्राथमिक संपर्क में आने वालों की कोविड जांच की जा रही है। इससे कोविड पॉजिटिव दर 30 प्रतिशत है। इसका मतलब समुदाय में कोविड पॉजिटिव की दर 30 प्रतिशत है ऐसा नहीं है।
उन्होंने कहा कि शुरुआत में वैक्सीन लगवाने से लोग कतरा रहे थे लेकन अब सभी वैक्सीन लगवाने आ रहे हैं। इससे कोविड वैक्सीन की मांग तथा उत्पादन में अंतर हुआ है। वर्ष के अंततक राज्य के सभी को कोविड वैक्सीन दी जाएगी।