आधार पंजीयन शिविर का आयोजनवन विभाग के पीसीबी कर्मचारियों का शोषण बंद हो[typography_font:18pt;” >कलबुर्गीश्रमजीवी वेदिकेके अध्यक्ष एवं मजदूर नेता चंद्रशेखर हिरेमठ ने कहा है कि राज्य वन विभाग में पीसीबी के तहत काम करने वाले कर्मचारियों को विभाग के अधिकारी सरकारी नियमों को नजरअंदाज कर उन्हें हर महीने पांच-छह हजार रुपए नकद रूप में देकर उनका शोषण कर रहे हैं। यह शोषण बंद करना चाहिए। हिरेमठ ने हर महीने उनका वेतन उनके बैंक खाते में जमा करने की मांग की है। उन्होंने कन्नड़ भवन में वन विभाग की पीसीबी कर्मचारियों की बैठक में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि कलबुर्गी जिला वन विभाग में काम कर रहे पीसीबी कर्मचारियों को अधिकारी उन्हें हर महीने नगद के रूप में पांच-छह हजार रुपए देकर उनका शोषण कर रहे हंै। सरकार के नियमों के अनुसार पीसीबी नौकरों को हर महीने 11 हजार 500 रुपए वेतन मिलना चाहिए और उनके वेतन उनके बैंक अकाउंट में जमा करना चाहिए लेकिन अधिकारियों ने यह नहीं कर रहे है। हिरेमठ ने वन विभाग में कर्मचारियों के वेतन का शोषण करने के लिए अधिकारियों की निंदा की और कहा वे शीघ्र ही इस संबंध में सरकार और वन विभाग के उच्च अधिकारियों से बातचीत कर न्याय दिलाने का वादा किया। बैठक में भाग लेने वाले 400 से अधिक कर्मचारियों में से कई ने शिकायत की कि उन्हें समवस्त्र और रक्षा कवच तक नहीं दे रहे है। नगदी के रूप में हर महीने पांच-छह हजार रुपए हाथ में थाम रहे है। बैठक में 20 दिनों के भीतर कर्मचारियों के मुद्दों को हल नहीं करने पर कलबुर्गी जिले के वन विभाग कार्यालय के सामने सत्याग्रह आयोजित करने का निर्णय किया गया।