40 करोड़ रुपए खर्च किए
यह हुब्बल्ली की पहली टेंडर श्योर सड़क है। 2.2 किलोमीटर मार्ग के लिए 40 करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं। साइकिल पाथ, फुटपाथ, आधुनिक स्ट्रीट लाइट व्यवस्था सभी सुविधाओं के मार्ग भूमिगत हैं, यही इस सड़क की विशेषता है। इन सभी कारण के लिए यह एक आदर्श सड़क होनी चाहिए थी परन्तु महानगर निगम तथा पुलिस विभाग के बीच आपसी सामंजस्य की कमी से जनता बाजार की सड़क जैसी हो गई है।किसी पर भी आपराधिक मामला दर्ज नहीं
स्थानीय लोगों का कहना है कि सड़क किनारे के निवासी भवन निर्माण के लिए कंक्रीट के पत्थर, रेत, लोहे के सरियों को फुटपाथ पर डाला है। बुधवार को रेत और कंक्रीट के पत्थरों को हटाया गया है परन्तु लोहे के सरियों का ढेर पड़े हैं। ट्रक में भरकर लाते तो पर्याप्त था। फुटपाथ को तोडऩे पर भी किसी पर भी आपराधिक मामला दर्ज नहीं हुआ। आए दिन ठेले की दुकानों को हटाने वाले महानगर निगम अधिकारी ऐसे मौकों पर बेसहारा क्यों हैं।साइकिल पाठ पार्किंग स्थल बना
इस मार्ग पर साइकिल पाठ पार्किंग स्थल बना है। एक ओर योजना में स्थित दोष इसके लिए कारण है तो पुलिस विभाग की लापरवाही भी है। बस स्टॉप के सामने कारों को खड़ा किया जा रहा है। यात्रियों को बस स्टॉप में खड़ा होना है या फिर सड़क पर इसी दुविधा में रहना पड़ता है। सड़क पर दुपहिया, चार पहिया वाहनों के पार्किंग की कतार लगी रहती है। इससे सड़क की चौड़ाई जनता बाजार सड़क को घटी है। सड़क सुधार होते ही इस मार्ग पर वाणिज्य गतिविधियां विस्तार हुई हैं। विभिन्न प्रकार के वाणिज्य भवन हैं। किसी भी वाणिज्य भवन के लिए उचित पार्किंग की व्यवस्था नहीं है।पार्किंग व्यवस्था में सुधार नहीं
पार्किंग व्यवस्था को सुधारने के लिए महानगर निगम तथा पुलिस आयुक्त को परामर्श करना है कहते छह माह बीत चुके हैं। दोनों आयुक्त एक ही शहर में हैं। मोटर वाहन कानून में संशोधन होकर जुर्माना बढऩे के बारे में हुब्बल्ली-धारवाड़ पुलिस आयुक्तालय ने सड़कों पर बोर्ड लगाया है। जुर्माना वसूली के लिए दिखाने वाली रुची पार्किंग व्यवस्था के सुधार में नहीं होने से हर कहीं मनचाहे तौर पर वाहन खड़े करने वालों को किसी प्रकार की कोई बाधा नहीं है।