उद्योग स्थापना को प्राथमिकता दी जाएगी
उन्होंने कहा कि हुब्बल्ली में भी औद्योगिक भूखंडों का कर बकाया है। महानगर निगम की ओर से लाखों रुपए कर बकाया की नोटिस दी जा रही है। पुराना बकाया माफ करने या फिर जुमाने को छोड़कर वन टाइम सेटलमेंट समेत अन्य मौकों के बारे में चर्चा की जा रही है। इन सभी बिंदुओं की समीक्षा कर उद्यमियों को शीघ्र शुभ समाचार दिया जाएगा। एमटी सागर औद्योगिक क्षेत्र के 72 उद्यमियों को क्रय पत्र देने की बहुत दिनों की मांग है। इसके लिए पिछली सरकार में आरवी देशपांडे ने प्रयास किया था, अब समय आया है। हरिहर में भी इसी प्रकार की समस्या है। इसका भी समाधान किया जाएगा। राज्य में नई औद्योगिक नीति दिसम्बर में लागू होगी। छोटे शहर, अनदेखी का शिकार इलाकों में उद्योग स्थापना को प्राथमिकता दी जाएगी।केंद्र सरकार योजना गठित कर रही है
केंद्रीय संसदीय मामलात, कोयला एवं खान मंत्री प्रहलाद जोशी ने कहा कि जीडीपी के लिए लघु एवं मध्यम उद्योगों का योगदान फिलहाल 29 प्रतिशत है। इसे 50 प्रतिशत बढ़ाने का लक्ष्य रखकर केंद्र सरकार योजना गठित कर रही है।उन्होंने कहा कि बीआरटीएस योजना अच्छी ही है परन्तु अधिकारियों की ओर से अवैज्ञानिक तौर पर लागू करने से निंदा का समाना करना पड़ रहा है। शहर में बहुत सारे विशेषज्ञ, अभियंता हैं, शहर के सर्वागीण विकास के लिए उन्हें उचित सलाह देनी चाहिए। उनकी सलाह को अमल में लाया जाएगा।अच्छे कार्य कर रहे हैं
पूर्व मंत्री आरवी देशपांडे ने कहा कि जब वे उद्योग मंत्री थे तब उन्होंने इस भाग के विकास के लिए प्रयास किया है। शेट्टर भी यह उनका क्षेत्र है, उद्योग विकास होना चाहिए कह कर दबाव बनाते थे। अब उन्हीं के मंत्री होने से अच्छे कार्य कर रहे हैं। देशपांडे ने कहा कि विश्व में ही विकास दर घटा है। चीन में जीडीपी सबसे निचले स्तर पर पहुंची है। ऐसे गम्भीर हालात में भी उद्योग विकास के लिए कार्रवाई करनी चाहिए। लघु उद्योगों की मदद के लिए सरकारों को आगे आना चाहिए। उनके ऋण पुनरभुगतान की अवधि बढ़ानी चाहिए।उत्तर कर्नाटक लघु उद्योग संघ के अध्यक्ष निंगण्णा बिरादार ने गोकुल रोड औद्योगिक क्षेत्र के लिए जरूरी सुविधाओं व कार्यों की मांग को लेकर मंत्री जगदीश शेट्टर को ज्ञापन सौंपा। इस अवसर पर विधायक अरविंद बेल्लद, कुसुमावती शिवल्ली, कासिया के अध्यक्ष आर राजु, जिला औद्योगिक केंद्र के संयुक्त निदेशक पी. नागेश, लघु उद्योग विकास निगम के प्रबंध निदेशक महेश शिरूर, कर्नाटक वाणिज्य एवं उद्योग संघ हुब्बल्ली के अध्यक्ष महेंद्र लद्दड, पद्मनाभ, नागराज दिवटे, सुधींद्र कुलकर्णी समेत कई उपस्थित थे।