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पिछडऩे लगा वायु प्रदूषण नियंत्रण जागरूकता कार्य

locationहुबलीPublished: Oct 15, 2019 09:21:26 pm

Submitted by:

Zakir Pattankudi

पिछडऩे लगा वायु प्रदूषण नियंत्रण जागरूकता कार्य -पांच जिलों पर एक ही हरित वाहन होने से आ रही दिक्कतेंहुब्बल्ली

पिछडऩे लगा वायु प्रदूषण नियंत्रण जागरूकता कार्य

पिछडऩे लगा वायु प्रदूषण नियंत्रण जागरूकता कार्य

पांच जिलों के लिए एक ही वाहन

धुआं उगलने वाले पुराने वाहनों को चिन्हित कर उन्हें नि:शुल्क तौर पर जांच करने के लिए जरूरी जागरूकता पहुंचाने के साथ जुर्माना लगाने का कार्य मोबाइल हरित वाहन के कर्मचारी करते हैं परन्तु पांच जिलों के लिए एक ही वाहन होने से उम्मीद के हिसाब से जागरूकता पहुंचाना संभव नहीं हो पा रहा है। इसके चलते इस वाहन के होने के बावजूद नहीं होने के बराबर है।

आरटीओ अधिकारी को दी जाती है वाहन की जानकारी

राज्य प्रदूषण नियंत्रण मंडल के पर्यावरण अधिकारी विजयकुमार कडकभावी ने बताया कि धारवाड़ के लकमनहल्ली स्थित राज्य प्रदूषण नियंत्रण मंडल केंद्र कार्यालय में स्थित इस वाहन को हर जिले को चार या फिर पांच दिन के हिसाब से तैनात किया जाता है। कई बार अधिक दिन भी लेते हैं। वाहन उपलब्ध होने की जानकारी संबंधित जिले के आरटीओ अधिकारियों को बताया जाता है।

हर जिले को हो पृथक हरित वाहन

पर्यावरण प्रेमी शंकर कुंबी का कहना है कि दिन ब दिन वाहनों की संख्या में बढ़ोतरी होने से हुब्बल्ली तथा धारवाड़ शहरों में ही एक एक मोबाइल हरित वाहन की जरूरत है। ऐसे में पांच जिलों को मिलाकर एक ही वाहन देने से कोई लाभ नहीं है। हर जिले को भी पृथक हरित वाहन देने पर मात्र वायु प्रदूषण जागरुकता पहुंचाना तथा जुर्माना लगाने में सुविधा होगी।

जुर्माना निर्धारित किया

हुब्बल्ली के आरटीओ अप्पय्या नालवत्तवाडमठ का कहना है कि प्रदूषण मंडल की ओर से दी जाने वाली जानकारी के आधार पर एक निरीक्षक इस वाहन के साथ रहते हैं। पुराने वाहनों की जांच करते हैं। 15 वर्ष पुराने मालवाहक वाहनों, ऑटोरिक्शा तथा दुपहिया वाहनों की मोबाइल हरित वाहन से जांच की जाती है। धुएं का पैमाना अधिक होने पर जुर्माना लगाते हैं। मौके पर ही जुर्माना देने से चालक के इनकार करने पर नोटिस दिया जाएगा। दुपहिया वाहन व ऑटोक्शिा के लिए 1500 रुपए, भारी वाहनों को तीन हजार रुपए जुर्माना निर्धारित किया गया है।

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