हिंदी के साथ-साथ क्षेत्रीय भाषाओं को भी मिले प्रोत्साहन
हुबलीPublished: Jan 16, 2022 12:17:21 am
हिंदी के साथ-साथ क्षेत्रीय भाषाओं को भी मिले प्रोत्साहन
हिंदी के साथ-साथ क्षेत्रीय भाषाओं को भी मिले प्रोत्साहन
हिंदी के साथ-साथ क्षेत्रीय भाषाओं को भी मिले प्रोत्साहन
-हुब्बल्ली नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति की बैठक
हुब्बल्ली
हुब्बल्ली स्थित दक्षिण पश्चिम रेलवे के प्रधान कार्यालय रेल सौधा में हुब्बल्ली नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति के अध्यक्ष एवं महाप्रबंधक दपरे संजीव किशोर की अध्यक्षता में हुब्बल्ली नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति की 70वीं ऑनलाइन बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में हुब्बल्ली नगर स्थित केंद्रीय कार्यालयों, राष्ट्रीयकृत बैंकों तथा सरकारी उपक्रमों के अधिकारियों व प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
एम.ए.वी. रामानुजन, उपाध्यक्ष, हुब्बल्ली नराकास एवं मुख्य राजभाषा अधिकारी के स्वागत भाषण के साथ बैठक की शुरुआत हुई। उन्होंने अपने स्वागत भाषण में बताया कि राजभाषा कार्यान्वयन के क्षेत्र में हुब्बल्ली नराकास की प्रगति उल्लेखनीय रही है। उन्होंने हुब्बल्ली नराकास के तत्वावधान में आयोजित हिंदी पखवाड़ा-2021 की प्रतियोगिताओं के विजेताओं को बधाई दी। उन्होंने दैनिक बोल-चाल में अंग्रेजी और स्थानीय भाषा के अतिरिक्त हिंदी के प्रचलित शब्दों का प्रयोग करने का सुझाव दिया ताकि आम-जन आसानी से समझ सकें जो राजभाषा नीति के अनुसार है।
समिति के अध्यक्ष एवं महाप्रबंधक दपरे संजीव किशोर ने अपनी अध्यक्षीय भाषण में कहा कि भारत सरकार की राजभाषा नीति, प्रेरणा एवं प्रोत्साहन पर आधारित है लेकिन राजभाषा नियमों का अनुपालन भी केंद्रीय कार्यालयों, राष्टीयकृत बैंकों एवं सरकारी उपक्रमों के लिए आवश्यक है। कार्यालयों में राजभाषा का अनुकूल वातावरण बनाने के लिए अपने-अपने स्तर पर राजभाषा की गतिविधियां जैसे टेबल ट्रेनिंग, कार्यशालाएं और हिंदी में भी तकनीकी व्याख्यान जैसे कार्यक्रम करते रहने की सलाह दी ताकि कर्मचारियों को हिंदी में संवाद करने का मौका एवं हिंदी में काम करने की प्रेरणा मिले।
कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुब्बल्ली नराकास के तत्वावधान में हिंदी पखवाड़ा-2021 आयोजित करने वाले सदस्य कार्यालयों की प्रशंसा की तथा इन प्रतियोगिताओं के विजेताओं को बधाई दी।
उन्होंने कहा कि भारत सरकार की राजभाषा नीतियों व नियमों का अनुपालन सामूहिक प्रयासों से ही संभव है। सभी को क्षेत्रीय भाषा को भी साथ ले कर चलना चाहिए ताकि राजभाषा हिंदी के साथ-साथ क्षेत्रीय भाषाओं को भी प्रोत्साहन मिलता रहे। उन्होंने नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति के सदस्य कार्यालयों के प्रमुखों से आग्रह किया कि कि नराकास की बैठक को विशेष महत्व दें क्योंकि भारत सरकार की संसदीय समिति के निरीक्षण में अनुपस्थित सदस्य कार्यालयों के प्रमुखों को जवाब देना मुश्किल होने लगता है। इसलिए नराकास की बैठक में कार्यालय प्रमुख ही उपस्थित रहें।
अंत में उन्होंने राजभाषा हिंदी के लिए अनुकूल वातावरण तैयार करने हेतु अपने स्तर पर प्रयास करते रहने का आवाहन किया ताकि हुब्बल्ली नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति राजभाषा कार्यान्वयन के क्षेत्र आगे रहे।
कार्यक्रम का संचालन श्रीमती सरोजा. वी. नायक, सदस्य सचिव, हुब्बल्ली नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति एवं राजभाषा अधिकारी ने पॉवर प्वाइंट के माध्यम से कार्य-सूची पर चर्चा की एवं उनके ही धन्यवाद ज्ञापन के साथ बैठक संपन्न हुई।