कप्पतगुड्डा जोन में हर साल बेल, इमली, बांस, पीपल, बबूल सहित कई पौधे लगाए जा रहे हैं। गर्मी के दिनों में पहाड़ों पर आग न लगे इस दिशा में भी ठोस कदम उठाए जा रहे हैं। इन दिनों सरकार की ओर से कप्पतगुड्डा को संरक्षित क्षेत्र घोषित किया गया है। साथ ही इस साल जागरूकता अभियान चलाए जाने की वजह से वन संपत्ति का विनाश काफी हद तक कम हुआ है।
संसाधनों की खान
कप्पतगुड्डा जिले के दक्षिण उत्तर दिशा में 33 हेक्टेयर क्षेत्र में फैला है। इसे उत्तर कर्नाटक की सह्याद्री के नाम में भी जाना जाता है। इस वन क्षेत्र में अश्वगंधा सहित दुर्लभ औषधीय पौधे, जैसे, सीताफल, अनानास, देवराली, अमृतपल्ली इसी प्रकार कई अन्य औषधीय गुणों से युक्त पेड़ पौधे हैं। कप्पगुड्डा तेंदुओं, हरिण, जंगली ***** जैसे विभिन्न जंगली जानवरों का निवास स्थान है। सोना, चांदी लौह खनिज संपत्ति भी इन वन क्षेत्र में छुपी है।