सभी दानों में श्रेष्ठ है रक्तदान[typography_font:18pt;” >इलकल (बागलकोट)किसी भी रूप में किया गया दान हमेशा श्रेष्ठ ही कहलाता है, परन्तु सभी दानों में रक्तदान को सर्वश्रेष्ठ दान माना जाता है। ये विचार विजय महांतेश महिला विद्यालय के प्रशासन मंडल के अध्यक्ष शरणप्पा अक्की ने व्यक्त किए। मरटगेरी गांव में विजयमहांतेश महिला विद्यालय की ओर से राष्ट्रीय सेवा योजना के तहत आयोजित रक्तदान शिविर के उद्घाटन समारोह पर बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि रक्तदान को अन्य दानों से श्रेष्ठ इसलिए कहा गया है कि इस दान से अनेकों को नया जीवन मिलता है। युवाओं को ऐसे पुण्य कार्य के लिए आगे आना चाहिए। शिविर के प्रमुख गिरीश ने कहा कि रक्तदान करने से शरीर में चंद घंटों के बाद ही पुन: नया रक्त बन जाता है और व्यक्ति पूरी तरह स्वस्थ रहता है। शरीर को स्वस्थ बनाए रखने के लिए समय-समय पर रक्तदान करना चाहिए। रक्तदान शिविर में रोटरी क्लब के अध्यक्ष बालनगौड़ा पुलिसपाटील, उपाध्यक्ष बसवराज गोटुर, डॉ. महालिंगप्पा गोंगडशेट्टी, बसलिंगप्पा तोटद, प्रभु सुलीकल, हेमप्पा हवालदार, गुरुबसय्या मठ, एच.डी. गौड़ी उपस्थित थे। शिविर के दौरान रक्तदान करने वालों को प्रशस्ति पत्र भी दिए गए। इससे पहले प्राचार्य बसवराज सुग्गमद ने सभी का स्वागत किया। टी.एम. कुलकर्णी ने कार्यक्रम का संचालन और जी.जी. वारी ने आभार जताया।