गोवा के हजारों लोगों के लिए संकट बन सकता है सीएबी[typography_font:14pt;” >पणजीकांग्रेस की गोवा इकाई ने नागरिकता संशोधन कानून की आलोचना करते हुए कहा कि यह कानून गोवा के उन हजारों निवासियों के लिए संकट बन सकता है, जिनके पास एक विशेष कानून के तहत पुर्तगाल का पासपोर्ट है। कांग्रेस प्रवक्ता ट्रजानो डीमेलो ने संवाददाताओं को बताया कि मंत्रिमंडल में शामिल ईसाई विधायकों और भाजपा नीत गठबंधन सरकार का समर्थन करने वालों को नागरिकता संशोधन कानून पर अपनी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि गोवा कैबिनेट में शामिल पंचायत मंत्री मौविन गोडिन्हो, बंदरगाह मंत्री माइकल लोबो और राजस्व मंत्री जेनिफर मोनसेरेटे को विधेयक पर अपनी राय स्पष्ट करनी चाहिए। यह एक ऐसा कानून है, जिसका उद्देश्य देश को धार्मिक आधार पर विभाजित करना है। उनकी चुप्पी विधेयक के लिए उनकी स्वीकृति के तौर पर मानी जाएगी। गोवा 450 साल से भी अधिक समय तक एक पुर्तगाली उपनिवेश रहा है, जिसे 196 1 में पुर्तगाली शासन से स्वतंत्रता मिली थी। पलायन करने वाले पुर्तगालियों को गोवा मूल की पुर्तगाली नागरिकता की पेशकश की गई थी। पुर्तगाली नागरिकता हासिल करने की यह सुविधा बाद में उन सभी गोवावासियों को प्रदान की गई, जो पुर्तगाल शासित गोवा में रह चुके थे। इसके साथ ही उनकी आगामी तीन पीढिय़ों को भी यह सुविधा प्रदान की गई। यूरोपीय संघ के तत्वावधान में देशों में आसान पहुंच सुलभ होने के कारण हजारों की संख्या में गोवावासियों ने पुर्तगाल पलायन करने और उसके बाद ब्रिटेन जाने के अवसर का लाभ उठाया।