शिक्षा क्षेत्र के लिए महत्वपूर्ण योगदान दे रही है
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय शिक्षा अभियान के लिए अनुदान देती आई है। सर्व शिक्षा अभियान तथा माध्यमिक शिक्षा अभियान शिक्षा क्षेत्र के लिए महत्वपूर्ण योगदान दे रही है। शिक्षा क्षेत्र में अटल बिहारी वाजपेयी दृरदृष्टा थे। देश निर्माण की खातिर बच्चों को सही शिक्षा प्रदान करने की जिम्मेदारी शिक्षकों पर है।शिक्षा प्राप्त करना हर एक का मौलिक अधिकार
कार्यक्रम के अध्यक्ष विधायक प्रसाद अब्बय्या ने कहा कि शिक्षा प्राप्त करना हर एक का मौलिक अधिकार है। अनाथ बच्चों तथा बिना घर के सड़कों पर निवास करने वाले बच्चों को शिक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से इस स्कूल की स्थापना की गई है। वर्ष 2010-11 में तीस बच्चों से आरम्भ हुई यह स्कूल अब सौ बच्चों को शिक्षा दे रही है। देश के सभी बच्चों को शिक्षा देने की खातिर सरकार ने अनेक योजनाओं को गठित किया है। इसके बाद भी 40 प्रतिशत निरक्षरता सता रही है। 22 प्रतिशत बच्चे पूरी तरह शिक्षा से बाहर हैं। देश के सर्वांगीण विकास के लिए शिक्षा जरूरी है। एक देश को मजबूत देश के तौर पर उभरने के लिए शिक्षा का महत्व अधिक होता है। बच्चों को अच्छी गुणवत्तायुक्त शिक्षा देने के साथ आगामी छह माह में यह स्कूल आदर्श स्कूल बनेगी। इस स्कूल को उच्च गुणवत्ता की स्कूल के तौर पर निर्माण करने के लिए 40 करोड़ की लागत की योजना गठित की गई है। इस योजना को शीघ्र क्रियान्वित किया जाएगा।शिक्षा संस्कृति को सिखाती है
कार्यक्रम का सान्निध्य कर शिव सिध्दरामेश्वर स्वामी ने कहा कि केंद्र तथा राज्य सरकार शिक्षा क्षेत्र के लिए अधिक योगदान दिया है। किसी भी देश के विकास के लिए हर व्यक्ति को शिक्षा प्राप्त करना चाहिए। इस दिशा में सरकार ने कई योजनाओं के जरिए शिक्षा को महत्व दे रही है। शिक्षा संस्कृति को सिखाती है। संस्कृति से व्यक्तित्व विकसित होता है। धन से वस्तु प्राप्त कर सकते हैं शिक्षा व संस्कृति नहीं। इस दिशा में शिक्षकों को ज्ञान उपलब्ध करना चाहिए। ईमानदारी से विद्यार्थियों को पढ़ाना चाहिए।कार्यक्रम में विधान परिषद सदस्य बसवराज होरट्टी, सार्वजनिक शिक्षा विभाग के उपनिदेशक गजानन मन्निकेरी, एसएस प्रमोद महाले, क्षेत्र शिक्षा अधिकारी श्रीशैल करिकट्टी, क्षेत्र समन्वय अधिकारी एमएस शिवल्लीमठ समेत कई उपस्थित थे।