कम्प्यूटरीकरण कार्य स्थगित[typography_font:14pt;” >धारवाड़-हुब्बल्लीपाठकों के लिए आवश्यक पुस्तक आसानी से उपलब्ध करने की दिशा में सॉफ्टवेयर विकसित किया गया था। पुस्तकालय के पुस्तकों का कम्प्यूटरीकरण कार्य शरू होकर 70 प्रतिशत पुस्तकों का कम्प्यूटरीकरण होगया है और 30 प्रतिशत कार्य बकाया है। दो वर्ष पूर्व कम्प्यूटर के सॉफ्टवेयर में कुछ तकनीकी समस्या आने से कार्य स्थगित होगया है। उसको सही कर पुस्तकों का कम्प्यूटरीकरण कार्य को अभी तक पुन: शुरू करने का कार्य नहीं हुआ है। इसके चलते नई पुस्तकों का पंजीयन कार्य सही तरीके से नहीं होपाया है। जगह की कमी के कारण दोनों किनारे के पुस्तकों के बीचवाली जगह में भी पुस्तकें रखी गई हैं। इससे पुस्तकों की तलाश करने के लिए पाठकों को ही नहीं बल्कि पुस्तकालय में काम करने वालों को भी समस्या हो रही है। मोबाइल पुस्तकालय के थम गए पहिएहुब्बल्ली-धारवाड़ जुड़वां शहर में मोबाइल लाइब्रेरी (चलता-फिरता पुस्तकालय) सेवा स्थगित हो गई है। यह सेवा लोगों के पास जाकर उनकी पसंदिदा पुस्तकों को देकर उनमें पढऩे की रुचि बढ़ाने का कार्य करती थी जिसको रोक दिया गया है। यह सेवा बंद होकर 3-4 साल ही गुजर गए हैं। वाहन चालक की मृत्यु होने के पश्चात नए चालक की नियुक्ति नहीं हुई है। इसके चलते मोबाइल वाहन पुस्तकालय परिसर में ही खडी है जिसको जंग लग गया है। नए वाहन की खरीद के लिए प्रस्ताव सौंप कर वर्षों गुजरने के बावजूद सरकार से मंजूरी नहीं मिली है। रिक्त पदों पर नियुक्तिशहर केन्द्र पुस्तकालय के तहत जुड़वां शहर में कुल 22 केन्द्र पुस्तकालय की शाखाएं हैं। इनमें हुब्बल्ली में 12 हैं तो धारवाड़ में 10 हैं। इसके साथ ही 12 सेवा केन्द्रीय पुस्तकालय हैं। इन सभी पुस्तकालयों में कुल 10 लाख से अधिक पुस्तक हैं। 30 हजार से अधिक ने सदस्यता प्राप्त पाठक हैं। इन जुड़वां शहर के पुस्तकालयों को मंजूरी प्राप्त 6 3 पदों में से 34 पद मात्र भर्ती हैं। 29 पद रिक्त हैं। इन में से पुस्तकालय अधिकारी, पुस्तकालय सहायक, पुस्तकालय सहकर्मियों तथा उप निदेशकों के पद रिक्त हैं। इनका कहना हैमोबाइह पुस्तकालय शुरू करने की दिशा में नए वाहन के लिए प्रस्ताव सौंपा गया है। नया वाहन के आने का इंतजार किया जा रहा है। फिलहाल मंजूरी मिले पदों में 50 प्रतिशत पद खाली हैं। इससे मौजूदा कर्मचारियों पर काम का दबाव अधिक है। -एम.बी. करिगार, प्रभारी उप निदेशक, शहर केन्द्र पुस्तकालय।