सफलता के लिए पढ़ाई में एकाग्रता जरूरी[typography_font:14pt;” >धारवाड़-हुब्बल्लीजिलाधिकारी दीपा चोळन ने कहा है कि विद्यार्थियों को जीवन में सफलता के लिए पढ़ाई में एकाग्रता जरूरी है। वे धारवाड़ में बुधवार को जेएसएस कॉलेज के उत्सव सभा भवन में कर्नाटक बाल विकास अकादमी, सार्वजनिक शिक्षा विभाग, शहर क्षेत्र शिक्षा अधिकारी कार्यालय तथा राणेबेन्नूरु की नंदीश्वर नैपुण्य कौशल संस्था के संयुक्त तत्वावधान में 2019-20 के एसएसएलसी (दसवीं कक्षा) विद्यार्थियों के लिए परीक्षा परिणाम सुधारने एवं मनोबल बढ़ाने से संबंधित कार्यशाला का उद्घाटन कर बोल रहीं थी। उन्होंने कहा कि शिक्षा में सभी उपलब्धियों के लिए एसएसएलसी प्रमुख उपलब्धी होती है। विद्यार्थियों को इसमें बिना किसी भय के वर्ष पूर्ण पढ़ाई करने पर सफलता हासिल कर सकते हैं। सभी विद्यार्थियों में प्रतिभा होती है। शिक्षकों तथा अभिभावकों पर बच्चों में छिपी प्रतिभा को चिन्हित कर प्रोत्साहन करने की जिम्मेदारी है। विद्यार्थियों को भी अपने दायित्सव को समझ कर पढ़ाई करेंगे तो उत्तम अंक हासिल कर उत्तीर्ण हो सकते हैं। जिलाधिकारी दीपा ने कहा कि सभी विद्यार्थियों का उच्च श्रेणी में उत्तीर्ण होना सम्भव नहीं हो पाया तो न्यूनतम अंक प्राप्त कर एसएसएलसी उत्तीर्ण होने पर मात्र अपनी इच्छानूसार कलाकार, खिलाड़ी, संगीतकार आदि बन सकते हैं। सबके लिए एसएसएलसी में पास होना बेहद जरूरी है। शहर एवं ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों को समान प्रोत्साहन, अवसर तथा प्रशिक्षण दिया जा रहा है। सभी विद्यार्थियों को प्रशिक्षण कार्यशाला का लाभ उठाना चाहिए। जिला पंचायत मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. बी.सी. सतीश ने कहा कि विद्यार्थियों को कडी मेहनत से मुश्किल विषयों पर जोर देकर पढ़ाई करनी चाहिए। अभिभावकों को बच्चों से बड़ी उम्मीद होती है। उनकी उम्मीदों पर खरा उतरना चाहिए। ग्रामीण क्षेत्र की तुलना में शहरी इलाकों के परीक्षा नतीजे कम दर्ज हो रहे हैं। और तीन माह आपकी क्षमता सुधारने के लिए आज से ही प्रयास करने चाहिए। सार्वजनिक शिक्षा विभाग उप निदेशक गजानन मन्निकेरी, क्षेत्र शिक्षा अधिकारी ए.ए. काजी, नंदीश शेट्टर, आईटीआई कालेज के प्राचार्य महावीर उपाध्य, शिक्षा अधिकारी एस.एम. हुग्गी, विनायक जोशी, जिला सूचना विभाग अधिकारी मंजुनाथ डोल्लिन, मंजुनाथ अडवेर आदि उपस्थित थे। राजेश्वरी शेट्टर ने कार्यक्रम का संचालन किया।