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सोलापुर में चार चरणों में किया जाएगा कोरोना का टीकाकरण

locationहुबलीPublished: Dec 10, 2020 11:09:55 pm

Submitted by:

S F Munshi

सोलापुर में चार चरणों में किया जाएगा कोरोना का टीकाकरण

सोलापुर में चार चरणों में किया जाएगा कोरोना का टीकाकरण

सोलापुर में चार चरणों में किया जाएगा कोरोना का टीकाकरण

सोलापुर में चार चरणों में किया जाएगा कोरोना का टीकाकरण
-जिलाधिकारी शंभरकर ने दी जानकारी
कोल्हापुर
सोलापुर जिले में कोरोना टीकाकरण के बारे में जिला प्रशासन की तैयारी शुरू हुई है। यह टीका पहले शासकीय और निजी आरोग्य कर्मचारी- अधिकारियों को किया जाएगा। टीकाकरण में आरोग्य कर्मचारी, फ्रंट लाईन के कर्मचारी, 50 साल के ऊपर के नागरिक और कोमॉर्बिड मरीज ऐसे चार चरण होंगे। ऐसी जानकारी जिलाधिकारी मिलिंद शंभरकर ने दी।
कोरोना टीकाकरण के लिए स्थापन किए जिला टास्क फोर्स समिति की बैठक में शंभरकर बोल रहे थे। इस समय जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी दिलीप स्वामी, निवासी उप जिलाधिकारी अजित देशमुख, जिला आरोग्य अधिकारी डॉ. शीतलकुमार जाधव, अतिरिक्त जिला शल्य चिकित्सक डॉ. मोहन शेगर, लस व शित साखली व्यवस्थापक डॉ. गजानन जाधव, मनपा आरोग्य अधिकारी डॉ. राहुल नवले, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ शिवाजी थोरात, जिला माता बाल संगोपन अधिकारी डॉ अनिरुद्ध पिंपले, धर्मगुरू काजी अमजद अली के साथ समाज कल्याण, कामगार कल्याण के प्रतिनिधि, एनसीसी कमांडर, नेहरू युवा केंद्र के प्रतिनिधि, माध्यमिक और प्राथमिक के शिक्षणाधिकारी, संभागीय रेल व्यवस्थापक, आईएमए प्रतिनिधि उपस्थित थे।
बैठक में टीकाकरण के बारे में किया नियोजन और आराखडा की जानकारी डॉ. जाधव ने दी। शंभरकर ने कहा कि कोरोना को हटाने के लिए टीकाकरण और दवा के सिवाय पर्याय नहीं है। समाज में टीकाकरण के बारे में जागरूकता लाने के लिए सभी क्षेत्र के व्यक्तियों को बुलाया गया है। टीकाकरण का आराखडा और नियोजन अचूक होने के लिए कोशिश करे। लस देने के लिए डाटा फीडिंग का काम तेजी से करे। जबकि सभी नियोजन 16 दिसंबर तक पूरे करने के निर्देश उन्होंने संबंधितों को दिए। जिले में 300 बूथ का नियोजन कर आरोग्य कर्मचारियों का पंजीकरण हुआ है तो उनको टीका मिलेगा। शासकीय और निजी आरोग्य कर्मचारियों की संस्था अपना डाटा अचूक दे।
जागतिक आरोग्य संघटन के सोलापुर के सलाहकार डॉ. अमोल गायकवाड ने टीकाकरण के बारे में जानकारी दी। अगले हफ्ते में जिले के वैद्यकीय अधिकारियों का टीकाकरण के बारे में प्रशिक्षण होगा। साथ ही में जो टीका देंगे उनका 18 दिसंबर को प्रशिक्षण होगा। एक बूथ पर 100 लोगों को टीका दिया जाएगा। यहां पर पांच प्रकार के सदस्य होंगे। टीकाकरण के दिन भीड, गडबडी नहीं हो, साथ ही में जिनको टीका दिया जाएगा उनको टीकाकरण के दिन एसएमएस के जरिए बताया जाएगा। टीका देने के बाद उस व्यक्ति को आधा घंटा वेटिंग रूम में रुकने के व्यवस्था की है।
जिले में शासकीय और निजी ऐसी 5994 आरोग्य संस्था है। इसमें प्राथमिक आरोग्य केंद्र, ग्रामीण अस्पताल, उपजिला अस्पताल, जिला रुग्णालय, आंगनवाडी कर्मचारी और निजी अस्पताल शामिल है। लस देने के लिए पंजीकरण हुए आरोग्य कर्मचारियों की संख्या 30 हजार 184 ऐसी है। कोल्ड चैन में आईएलआर-145 और डीप फ्रिजींग 201 अब मुहैया है। वैक्सीन स्टोरेज की कपॅसिटी 25 लाख 11 हजार से 29 लाख 30 हजार इतनी है। जबकि इसके लिए कृषि विभाग की मदद ली जाएगी। ऐसा जिला आरोग्य अधिकारी डॉ. जाधव ने बताया।
इसी समय डॉ. अनिरुद्ध पिंपले ने पोलियो टीकाकरण के बारे में भी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि, 17 जनवरी को 3 लाख 44 हजार, पांच साल के अंदर के बच्चों को खुराक दी जाएगी। इसके लिए 2449 टीकाकरण केंद्र और 338 टीम तैयार की है।
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नोकरी करने वाले लोगों को रेल का अब भी रेड सिग्नल
-कई लोगों का आर्थिक नुकसान के साथ बुरा हाल
कोल्हापुर
हर दिन लाखों की संख्या के लोगों की जीवनवाहिनी होने वाली पॅसेंजर गाडी छोडने के बारे में रेल प्रशासन की ओर से रेड सिग्नल देने के चलते कई लोगों का आर्थिक नुकसान होने के साथ बुरा हाल हो रहा है।
हर दिन कोल्हापुर, सांगली, मिरज, पंढरपुर, बेलगावी, कराड सातारा से पुणे तक जाने वाले लाखों नौकरीपेशा,व्यवसायियों को अब सिर्फ यात्रा के लिए और कोई साधन नहीं होने से और यात्रा महंगी होने से बुरा हाल हो रहा है। लाखों की संख्या में लोगों की मूलभूत समस्या के साथ रेल प्रशासन बुरा बर्ताव करते हुए भी कोल्हापुर, सांगली, सातारा, सोलापुर और कर्नाटक के नेता भी आराम फरमा रहे हैं। सस्ती और सुरक्षित होने वाली रेल शुरू नहीं होने से लोगों को अब एसटी और निजी वाहन से यात्रा करने के अलावा और कोई चारा नहीं है।
यात्री संगठनों ने चुप्पी साधी
रेल यात्री संगठनों की संख्या बडे पैमाने पर है। इसमें से चुनिंदा संगठन और उनके पदाधिकारियों ने रेल की सुविधा, समयसारिणी के बारे में जानकारी ली है लेकिन पॅसेंजर गाडी शुरू करने के बारे में उनकी ओर से कोई विशेष कोशिश नहीं हुई। साथ ही में रेल अधिकारियों ने भी किस तरह का प्रतिसाद नहीं दिया है। यही यात्री संगठनों का लोक प्रतिनिधियों के साथ समन्वय नहीं होने से मांगों की बारे में चर्चा भी नहीं हुई है।
जरूरी ट्रेनें
कोल्हापुर, पुणे, पंढरपुर, परली, बेलगाव, हुबली, कॅसलरॉक इन मार्गों पर की सभी पॅसेंजर ट्रेनें। यात्रियों की अंदाजन संख्या लगभग 70 से 80 हजार। पॅसेंजर ट्रेन के प्रमुख लाभार्थी निजी नौकरदार, किरकोल व्यापारी, किसान, सब्जी विक्रेता, छात्र, छोटे व्यावसायिकों के साथ मिरज को उपचार के लिए जाने वाले मरीज।
प्रयास जारी
कोल्हापुर से सातारा तक के मार्ग पर हरदिन यात्रा करने वाले लगभग 10 से 12 हजार लोगों की संख्या है। जबकि इसके लिए राज्य सरकार ध्यान नहीं दे रहा है और केंद्र सरकार को कुछ पडी नहीं है। ऐसे कुछ हालात हैं। जबकि पॅसेंजर ट्रेनें शुरू नहीं होने से लोगों का खर्चा बढने के साथ समस्या का सामना करना पड रहा है।
-शिवनाथ बियाणी,
सदस्य महाराष्ट्र रेल पॅसेंजर एसोसिएशन
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