
बीआरटीएस के निर्माणाधीन नवलूर पुल में दरार
हुब्बल्ली
हुब्बल्ली-धारवाड़ जुड़वां शहर के बीच पृथक मार्ग पर परिवहन सेवा उपलब्ध करने वाले बीआरटीएस कार्य अभी भी पूरे नहीं हुए हैं। कई बाधाओं के बीच ही बस सेवा जारी है।
फिलहाल बीआरटीएस मार्ग के लिए बड़ी बाधा नवलूर पुल (ब्रिज) है। बस परिवहन के लिए दो वन वे पृथक पुल का निर्माण करने के बावजूद एक पुल को ही परिवहन के लिए खोला गया है एक को अभी तक नहीं खोला है। कार्य पूरा नहीं हुए निर्माणाधीन पुल के मुख्य पिल्लर पर दरारें पड़ी हैं, जो भय का कारण बना है।
भीम में दरार नजर आना सामान्य है। इसे आसानी से मरम्मत किया जा सकता है परन्तु कॉलम में ही दरार नजर आने का मुद्दा गम्भीर है। रेलवे ट्रैक के समीप पुल पर कुछ जगह दरार पड़ी है। पुल के इस्तेमाल से पहले ही दरार पडऩा सुरक्षा को लेकर संदेह पैदा किया है। धारवाड़ से आते समय नवलूर तालाब के करीब से आरम्भ होने वाला पुल हाशमी हाशम अली शाह काद्री दरगाह तक है। पुल के अलावा दूसरे वाहनों के परिवहन के लिए टू-वे मार्ग का निर्माण किया गया है। बीआरटीएस सड़क के लिए जमीन का अधग्रहण किया है, आधुरा कार्य करने से उलझन में ही वाहनों को परिवहन करना पड़ रहा है।
कुछ सीमेंट ब्लॉक गिरे
पुल के मुख्य पिल्लर पर दरार नजर आया है इसके अलावा बाहरी भाग में लगाए कुछ सीमेंट ब्लॉक गिरे हैं। समीप ही रेलवे ट्रैक है। इसके अलावा डब्लिंग कार्य भी चल रहा है। पुल में दरार नजर आने से भय छाया है। इस पुल पर फिलहाल कोई भी वाहन परिवहन नहीं कर रहा है। वाहन परिवहन के लिए नहीं खुला पुल अवैध गतिविधियों का केंद्र बना है। शाम होते ही शराबी यहां आकर शराब पीते हैं। कुछ युवक इस पुल पर दुपहिया वाहन के करतब (बाइक स्टंट) करते हैं। रेलवे ओवर ब्रिज होने के कारण नवलूर गांव के लिए बीआरटीएस बस का ठहराव उपलब्ध करना संभव नहीं है। इसे जानने के बाद कुछ ग्रामीणों ने अदालत की शरण में गए हैं।
अवैज्ञानिक पुल निर्माण करने का आरोप
अवैज्ञानिक पुल निर्माण करने का आरोप लगाकर कुछ लोगों ने पुल निर्माण की निंदा की है। नवलूर ग्रामीणों के लिए बीआरटीएस बस परिवहन की सुविधा के लिए नवलूर से सत्तूर तक मिनी बस सेवा उपलब्ध की गई है।
ग्रामीणों को वहां से बीआरटीएस बस के जरिए हुब्बल्ली-धारवाड़ मार्ग पर परिवहन व्यवस्था उपलब्ध की गई है। इसके अलावा बीआरटीएस बसों के जरिए सत्तूर आकर उतरने के बाद मिनी बस के जरिए गांव रवाना हो सकते हैं परन्तु इसके लिए कई ग्रामीणों ने विरोध व्यक्त कर रहे हैं। गांव के लिए बीआरटीएस बसों के ठहराव की सुविधा उपलब्ध करने की खातिर योग्य मार्ग निर्माण करना चाहिए था।
मरम्मत करना चाहिए
बीआरटीएस सेवा आरम्भ हुए कई माह बीतने के बाद भी नवलूर पुल समस्या का समाधान करने में लापरवाही बरती गई है। अदालत में मामला होने पर शीघ्र इसका समाधान कर पुल को परिवहन के लिए मुक्त करना चाहिए। पुल पर पड़ी दरार को गम्भीरता से लेकर मरम्मत करना चाहिए।
-सुरेश, निवासी, नवलूरु
Published on:
18 Mar 2020 08:17 pm
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