जिलावार मूल्यांकन की मांगएसएसएलसी परीक्षा रद्द करें-बसवराज गुरिकार ने की राज्य सरकार से मांग[typography_font:14pt;” >हुब्बल्लीअखिल भारतीय शिक्षक फेडरेशन के उपाध्यक्ष बसवराज गुरिकार ने कहा है कि कोविड-19 के खौफ के बीच बच्चों का एसएसएलसी परीक्षा देना असंभव है। इसके चलते इस बार परीक्षा रद्द कर सभी बच्चों को उत्तीर्ण करने का सरकार को फैसला लेना चाहिए। धारवाड़ में पत्रकारों से बातचीत करते हुए गुरिकार ने कहा कि एसएसएलसी छात्र जीवन में बेहद महत्वपूर्ण परीक्षा है। परीक्षा अंकतालिका भी महत्वपूर्ण दस्तावेज है। इसी बीच जून में एसएसएलसी परीक्षा करवाने की सरकार ने घोषणा की है। विद्यार्थियों की जिंदगी के आगे क्या परीक्षा अनिवार्य है यह सवाल खड़ा होता है। पंजाब, हरियाणा समेत कुछ राज्यों में एसएसएलसी की परीक्षा रद्द की गई है। इसी प्रकार कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येडियूरप्पा को उचित चर्चा कर इस बारे में फैसला लेना चाहिए। सामाजिक अंतर बनाए रखना, परीक्षा के चरण की अन्य समस्याओं का सक्षमता से निभाने की समस्या सरकार के सामने पेश आई है। इसके चलते विद्यार्थियों के हितों के लिए इस फैसले को रद्द करना चाहिए। स्कूलों में वार्षिक परीक्षा की तर्ज पर ही पूर्व तैयारी परीक्षा ली गई है। इसके नतीजों के आधार पर विद्यार्थियों को उत्तीर्ण कर देना चाहिए। इस मुद्दे पर कई संगठन, शैक्षणिक क्षेत्र के माहिरों ने परीक्षा रद्द करने की राय दी है। मुख्यमंत्री को हस्तक्षेप कर विद्यार्थियों तथा अभिभावकों में उपजी उलझन का समाधान करना चाहिए।