डॉ. महांतस्वामी का व्यसनमुक्त समाज निर्माण में रहा बड़ा योगदान[typography_font:14pt;” >इलकल (बागलकोट)विधान परिषद के सभापति बसवराज होरट्टी ने कहा है कि श्री विजय महांतेश संस्थानमठ के प्रमुख रहे डॉ. महांत स्वामी का व्यसनमुक्त समाज निर्माण में बड़ा योगदान रहा है। बसववादी शरणों के मार्ग को आत्मसात करने वाले डॉ. महांतस्वामी सिर्फ प्रवचनों तक सीमित न रहते हुए महांत झोली के जरिए लोगों को व्यसनों से दूर रहने के लिए प्रेरणा करते रहे। उन्होंने लाखों लोगों को व्यसन से मुक्ति दिलाई। उनका समाज सुधार का कार्य राज्य के लिए उदाहरण है।ये विचार उन्होंने यहां के विजय महांतेश अनुभव मंटप में कर्नाटक राज्य मद्यपान संयम मंडल, वार्ता व सार्वजनिक संपर्क विभाग, जिला पंचायत, जिला पंचायत, कर्नाटक गांधी स्मारक निधि, बेंगलुरु की ओर से डॉ. महांत स्वामी के 91वें जन्मदिन के उपलक्ष्य में मनाए गए व्यसनमुक्त दिवस समारोह के उद्घाटन के दौरान व्यक्त किए।उन्होंने कहा कि व्यसनमुक्त समाज निर्माण का कार्य सरकार की ओर से होना चाहिए था, पर सरकार इस कार्य को भूल गई है। डॉ. महांतस्वामी ने किसी से पैसा या धन नहीं मांगा बल्कि जो भी व्यसन है उनको त्यागकर झोली में डालने की प्रेरणा देते थे। डॉ. महांतस्वामी ने अपने जीवन में जो व्यसनमुक्त समाज निर्माण के लिए कार्य किया है। उस कार्य को सभी मिलकर आगे बढ़ाते हैं तो स्वस्थ समाज का निर्माण होना संभव है।बागलकोट निडसोशी मठ के प्रमुख शिवलिंगेश्वर स्वामी ने कहा कि डॉ. महांतस्वामी ने बसवतत्व को संपूर्ण अपना रखा था और जीवन पर्यन्त बसवतत्व का प्रचार करते हुए लोगों को जागरूक करते रहे।मधुरखंडी बसवज्ञान गुरूकुल के प्रमुख ईश्वर मन्टूर ने कहा कि डॉ. महांतस्वामी एक महापुरुष थे और उन्होंने व्यसनमुक्ति के साथ अंधविश्वास के खिलाफ भी लोगों को जागरूक किया। व्यसनमुक्त समाज निर्माण के लिए पीयूसी से पदवी तक के पाठ्यक्रम में डॉ. महांत स्वामी की ओर से किए गए व्यसनमुक्त समाज निर्माण अभियान को शामिल किया जाना चाहिए।श्री विजय महांतेश संस्थानमठ के प्रमुख गुरूमहांतस्वामी ने कहा कि डॉ. महांतस्वामी की कथनी और करनी एक समान थी। उन्होंने महांत स्वामी की ओर से किए गए कार्यों का उल्लेख किया।समारोह में शरण साहित्यकार प्रो. सिद्दण्णा लंगोटी की बसव ज्योति महांत शिवयोगी पुस्तक का विमोचन किया गया। समारोह में डॉ.बसवलिंग स्वामी, सिद्दलिंगस्वामी, बसवलिंग स्वामी, गुरूमहांतस्वामी, नगरसभा अध्यक्ष शोभा आमदीहाल, उपाध्यक्ष सविता आरी, विजय महांतेश विद्यावर्धक संघ के प्रशासन अध्यक्ष एम.वी. पाटील, डॉ. महांतेश कडपट्टी, शरणप्पा अक्की, जी.एस. गौडर, संयम मंडल के सचिव हनुमनरसय्या, पौरायुक्त रामकृष्ण सिद्दनकोळ्ळ के साथ अनेक प्रमुख लोग मौजूद थे।अक्कन बळग की महिलाओं ने वचन प्रार्थना प्रस्तुत की। हनुम नरसय्या ने स्वागत किया। जी.एस. गौडर ने प्रास्ताविक बातें कही। कन्नड़ साहित्य परिषद इलकल तालुक अध्यक्ष संगण्णा गद्दी ने संचालन किया। अंत में देवराज ने आभार जताया।