आरम्भ में ही मरम्मत कर सकते थे
स्थानीय लोगों का कहना है कि कोलूर पुल की मरम्मत के लिए लॉकडाउन खत्म होने तक इंतजार करने के बजाए आरम्भ में ही कर सकते थे। सुबह 10 बजे बाद वाहन यातायात कम होता है, इस दौरान कार्य करने पर किसी को समस्या नहीं होती थी परन्तु सुबह सवेरे ही सड़क बंद करके गड्ढों को बंद करने के फैसले से लोगों में नाराजगी छाई है। नए पुल निर्माण कार्य भी धीमी गति से चल रहा है, बारिश समाप्त होने तक कार्य पूरा होने के लक्षण नजर नहीं आ रहे हैं। कोलूरु पुल का नाम सुनते ही वाहन चालक घबरा उठते हैं।