भारत की सांस्कृतिक भव्यता बढ़ा रही पर्यटन में रोजगार[typography_font:14pt;” >धारवाड़-हुब्बल्लीअपर जिलाधिकारी इब्राहिम मैगूर ने कहा है कि भारत की सांस्कृतिक भव्यता पर्यटन में रोजगार के अवसर बढ़ा रही है। भारत में पर्यटन के क्षेत्र में रोजगार के विपुल अवसर हैं। वे धारवाड़ में शुक्रवार को जिला प्रशासन, पर्यटन विभाग तथा विजन फ्लाई बीटीए महाविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में शहर के आलूर वेंकटराव सभा भवन में विश्व पर्यटन दिवस कार्यक्रम के उद्घाटन समारोह में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि पर्यटन के क्षेत्र में भारत ने आज वैश्विक रूप से बहुत महत्व हासिल किया है। भारत का इतिहास बेहद समृद्ध है। आधुनिक तकनीक के फलस्वरूप आज विश्व भर में आसानी से संपर्क सम्भव है। इस संपर्क का उपयोग कर आज अनेक छोटे देश भी पर्यटन के आधार पर विकसित हो रहे हैं। हमें भी उस दिशा में विचार कर आगे बढऩा चाहिए। उन्होंने कहा कि पर्यटन दिवस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में विद्यार्थियों ने भाग लिया है जो संतोषजनक बात है। परिवहन संपर्क भी आसानी से उपलब्ध होने के इन दिनों में प्राकृतिक रूप से विकसित स्थलों को पर्यटन क्षेत्र के तौर पर विकसित करने पर रोजगार पैदा करना तथा देश की आर्थिक व्यवस्था को महत्वपूर्ण योगदान दे सकते हैं। पर्यटन उद्योग विषय में भी आज स्नातक विषय में शिक्षा उत्तम तौर पर चल रही है जो आशादायक बात है। इन अवसरों का सदुपयोग कर व्यक्तिगत भविष्य निर्माण करने के साथ अपने राज्य को भी योगदान दे सकते हैं। परिवहन संपर्क व्यवस्था में क्रांतिकारी बदलाव हुए हैं। उनको सक्षम रूप से इस्तेमाल कर पर्यटन क्षेत्र विकसित होना चाहिए। पुरातत्व विभाग के उप निदेशक डॉ. एस.के. वासुदेव, कन्नड़ एवं संस्कृति विभाग की सहायक निदेशक मंजुला यलीगार ने विचार व्यक्त किए। हुब्बल्ली एयरपोर्ट के निदेशक प्रमोदसिंह ठाकरे, विजन फ्लाई शिक्षा संस्था के अध्यक्ष निजामुद्दीन शेख, सूचना विभाग के वरिष्ठ सहायक निदेशक मंजुनाथ डोल्लिन, विजन फ्लाई शिक्षा संस्था की अंजुम शेख, प्रकाश शिवल्ली, दिनेश, वेंकटेश, राजू राठौड़ आदि उपस्थित थे। पर्यटन विभाग के सहायक निदेशक मल्लिकार्जुन भजंत्री ने भी विचार व्यक्त किए। पूजा अरकेरी ने कार्यक्रम का संचालन किया। विजन फ्लाई शिक्षा संस्था बीटीए महाविद्यालय के विद्यार्थी व गृहरक्षक दल के कर्मचारियों ने भाग लिया।