स्थाई गोशाला की स्थापना, गौ उप उत्पादों पर दें जोर
हुबलीPublished: Jul 29, 2021 02:03:51 am
स्थाई गोशाला की स्थापना, गौ उप उत्पादों पर दें जोर
स्थाई गोशाला की स्थापना, गौ उप उत्पादों पर दें जोर
स्थाई गोशाला की स्थापना, गौ उप उत्पादों पर दें जोर
-जिलाधिकारी नितेश पाटील ने दिए निर्देश
धारवाड़
जिलाधिकारी नितेश पाटील ने कहा है कि मवेशियों के पालन-पोषण के लिए जिले के तेगूर या मादनभावी में स्थाई गोशाला स्थापित की जाएगी। शीघ्र ही सरकारी जमीन चिन्हित कर मंजूरी दी जाएगी।
वे धारवाड़ जिलाधिकारी कार्यालय सभा भवन में आयोजित जिला प्राणी दया संघ के जिला प्रबंधन समिति की बैठक की अध्यक्षता कर बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि मवेशियों के गोबर आदि से विभूति समेत विभिन्न उप उत्पादों को तैयार करने वाली इकाई शुरू की जाएगी। तेगूरु स्थित गौ नस्ल विकास केन्द्र 324 एकड़ विशाल क्षेत्र में फैला हुआ है। इस परिसर में या मादनभावी स्थित 28 एकड़ गोचर भूमि में जिले की स्थाई गोशाला स्थापित करनी चाहिए। दोनों स्थलों की खुद दौरा कर समीक्षा की जाएगी। यह गोशाला में करीब 200 मवेशियों के लिए आवश्यक पालन-पोषण तथा चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध करने की क्षमता रहेगी। प्राणी बलि प्रतिबंधक एवं संरक्षण अधिनियम 2020 को लागू करने तथा जागरूकता के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए। वर्ष 2021-22 में हुब्बल्ली के पिंजारोपोल तथा अन्य गोशालाओं की मदद के लिए राशि देने का प्रस्ताव प्राप्त कर समीक्षा करनी चाहिए। मवेशियों के गोबर आदि उत्पादों को खादी एवं ग्रामोद्योग मंडल की ओर से खरीद कर विभूित तथा अन्य उत्पादों को तैयार करने की दिशा में प्रोत्साहन करना चाहिए।
पशुपालन एवं पशु चिकित्सकीय विभाग उप निदेशक डॉ. उमेश कोंडी ने जिला प्राणी दया संघ की राशि स्वीकृत एवं खर्च का विवरण पेश किया। जिला पंचायत उप सचिव रेखा डोल्लिनवर, डीवाईएसपी एम.बी. संकद, महानगर निगम के डॉ. रवि सारिगौडर समेत संबंधित विभागों के अधिकारी एवं संघ के सदस्यों ने बैठक में भाग लिया था।