दोहरी नीति अपना रहे हैं येडियूरप्पा
उन्होंने कहा कि बल्लारी जिले में भी बाढ़ तथा अतिवृष्टि से फसल खराब हुई है। कपास समेत विभिन्न प्रकार की फसल समेत चार हजार 448 हेक्टेयर क्षेत्र में फसल खराब हुई है। कुल 1043 घरों को नुकसान हुआ है। बल्लारी जिले में 24 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। येडियूरप्पा इस मुद्दे पर दोहरी नीति अपना रहे हैं।भाजपा नेताओं में इन्सानियत नहीं
उग्रप्पा ने कहा कि भाजपा नेताओं को इन्सानियत की समझ ही नहीं है। देश के विभिन्न राज्यों में बाढ़ के हालात हैं, इन राज्यों का दौरा करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पास समय नहीं है परन्तु हाउडी मोदी कार्यक्रम के लिए उनके पास समय है। बिहार में बाढ़ आने के तुरन्त बाद वे ट्विट करते हैं। वे राज्य में आए ही नहीं, मुख्यमंत्री येडियूरप्पा से भी बात नहीं की। राज्य के लिए मात्र 1200 करोड़ रुपए मंजूर किया है।जनता कभी माफ नहीं करेगी
उन्होंने कहा कि भाजपा नेता बेरहम हैं। राज्य सरकार के मंत्री माधुस्वामी कहते हैं कि वे पीडि़तों के पास नहीं जाएंगे बल्कि पीडि़तों को राहत के लिए उनके पास आना चाहिए। ऐसा कहते हुए उन्हें शर्म नहीं आती। जनता उनसे भीख मांगे। जनता के वोट देने से वे सत्ता में हैं इसे नहीं भूलना चाहिए, जनता उन्हें कभी क्षमा नहीं करेगी।कांग्रेस में गुटबाजी नहीं
उग्रप्पा ने कहा कि विपक्ष के नेता के चयन के मुद्दे पर मूल व बाहरी कांग्रेस का भेद नहीं है। कांग्रेस में गुटबाजी नहीं है। अपनी-अपनी राय देने में गलत नहीं है। अंतिम तौर पर पार्टी फैसला लेगी।उन्होंने कहा कि बल्लारी जिले का इतिहास है। जनता के जीवन के साथ किसी को भी खिलवाड़ नहीं करना चाहिए। चुनाव की खातिर कुछ लोगों के व्यक्तिगत व भावनात्मक मुद्दों को जनता के सामने ले जाना सही नहीं है। पहले बल्लारी जिले का विकास करें। अखंड बल्लारी जिला के तौर पर रहना चाहिए या विभाजन होना चाहिए इस बारे में जनता की राय संग्रह कर अंतिम निर्णय करना चाहिए। अपने स्वार्थ के लिए जिले को तोडऩा नहीं चाहिए।