जिला प्रशासन की त्वरित कार्रवाई से बाढ़ पीडि़त ग्रामीणों को मिली राहत[typography_font:14pt;” >गदग-हुब्बल्लीबाढ़ के दौरान गदग जिला प्रशासन की ओर से उठाए गए कदमों तथा त्वरित कार्रवाई से आपदा से जूझ रहे बाढ़ पीडि़त ग्रामीणों को काफी राहत मिली है। ये उद्गार राज्य के अपर मुख्य एवं उच्च शिक्षा विभाग तथा गदग जिला प्रभारी सचिव डॉ. राजकुमार खत्री ने व्यक्त किए। खत्री गदग जिलाधिकारी सभागृह में जिला स्तरीय प्रगति समीक्षा बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि अधिकारियों को भविष्य में भी लोगों की समस्याओं के समाधान के लिए कार्य करना चाहिए और ऐसे कामों को हमेशा प्राथमिकता देनी चाहिए। राज्य व केंद्र सरकार की योजनाओं का पूरी इमानदारी के साथ क्रियान्वयन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि वे जिले में पहले भी जिलाधिकारी के तौर पर कार्य कर चुके हैं। गदग जिले के प्रभारी सचिव की जिम्मेदारी उन्हें पुन: सौंपी गई है, और वे जिले के हर संभव विकास में अपना पूरा सहयोग करेंगे। इस अवसर पर गदग जिलाधिकारी एम.जी. हिरेमठ ने कहा कि जिले के बाढ़ पीडि़तों को राहत पहुंचाने के लिए नरगुंद, रोण तथा शिरहट्टी गांव के लोगों व मवेशियों को दूसरे स्थानों में स्थानांतरित किया गया। इस कार्य के लिए ४४ राहत केंद्र स्थापित किए गए। लोगों को भोजन आवास के साथ-साथ जानवरों को पर्याप्त चारा मुहैया करवाया गया। कोण्णूर में बेघर हुए पीडि़तों को अस्थाई शेड आवास मुहैया करवाया गया है। राज्य सरकार के निर्देशानुसार पीडि़त परिवारों को भोजन के किट मुहैया करवाने के साथ ही १०,२२९ परिवारों को दस -दस हजार रुपए तत्काल आर्थिक मदद की गई है। घरों के नुकसान का डेटा सरकार को भेजा गया है। गदग जिला पंचायत प्रमुख कार्यकारी डॉ. आनंद के. ने राहत केंद्रों तथा स्वास्थ्य से संबंधित उठाए गए कदमों की विस्तृत जानकारी दी। कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक रुद्रेशप्पा ने बताया कि जिले में ११,८०९ हेक्टेयर कृषि उपज के अलावा २९२१ हेक्टेयर बागबानी उपज का नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि वर्ष २०१८ के मानसून उपज बीमा के २२४ करोड़ रुपए में से १७१ करोड़ रुपए किसानों के खाते में जमा किए जा चुके हैं। रुद्रेशप्पा ने तुरंत कृषि आयुक्त बृजेशकुमार दीक्षित को फोन पर तुरंत बीमा के दावों को निपटाने के आदेश दिए। इस अवसर पर जिला पुलिस अधीक्षक श्रीनाथ जोशी, अपरजिलाधिकारी शिवानंद कराले, उपविभागीय अधिकारी पी.एस. मंजुनाथ, विभिन्न विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।