पूर्व जल संसाधन मंत्री पाटील को पर्यावरण रक्षक पुरस्कार[typography_font:18pt;” >विजयपुरकर्नाटक के पूर्व जल संसाधन मंत्री एम.बी. पाटील को पर्यावरण रक्षक पुरस्कार से नवाजा गया। यह सम्मान उन्हें मैग्सेसे पुरस्कार से सम्मानित, पर्यावरणविद व जल विशेषज्ञ राजेन्द्र सिंह के तरुण भारत संघ आश्रम की ओर से दिया गया।यह पुरस्कार उन्हें गुरुवार को राजस्थान के अलवर स्थित बंकापुर आश्रम में महात्मा गांधी के पौत्र अरुण गांधी, प्रपौत्र तुषार गांधी एवं गंगा सफाई को लेकर आंदोलन करने वाले शिवानंद भारती स्वामी की मौजूदगी में दिया गया। पुरस्कार स्वीकार करने के उपरांत पाटील ने कहा कि विजयपुर जिला भी राजस्थान के जैसलमेर जिले के बाद देश का सबसे अधिक अकाल प्रभावित जिला कहलाता था। इस जिले में उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान अनेक कल्याणकारी योजनाएं बनाई और उन्हें अमलजामा पहनाया। परिणामस्वरूप विजयपुर जिला आज अकाल ग्रस्त नहीं बल्कि एक खुशहाल जिले के रूप में पहचाना जाने लगा है। इस दौरान आश्रम के अध्यक्ष डॉ. राजेन्द्र सिंह ने कहा कि पाटील की अंतरराज्यीय नदी जल विवाद सुलझाने में महत्वपूर्ण भूमिका रही। इस अवसर पर अखिल भारत समिति के प्रधान सचिव मोहन प्रकाश, भक्त चरणदास, विभिन्न राष्ट्रों व राज्यों के जल विशेषज्ञों के अलावा धारवाड़ के डॉ. राजेन्द्र पोद्दार, केबीजेएनएल के पूर्व तकनीकी निदेशक अरविंद गलगली व बीएलडीई संस्थान के डॉ. महांतेश बिरादार आदि उपस्थित थे।