कचरे के ढेर में मिले चार देसी पिस्तौलबेलगावी-धारवाड़बेलगावी तालुक के वाघवाड़े गांव में कचरे के ढेर में चार देसी पिस्तौल बरामद किए गए हैं। इन्हें अपने कब्जे में लेकर बेलगावी ग्रामीण थाना पुलिस ने आयुध कानून के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक इन पिस्तौल का पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या के मामले में इस्तेमाल किए जाने का संदेह जताया जा रहा है। वाघवाड़े गांव के बाहरी क्षेत्र में 8 फरवरी को स्वच्छता कार्य के दौरान यह पिस्तौल मिले हैं। स्थानीय लोगों तथा ग्राम पंचायत सदस्यों ने इस बारे में पुलिस को सूचना दी थी। देशी पिस्तौल के मॉडल में हैं। बहुत दिनों से मिट्टी में दबे रहने के कारण चारों पिस्तौलों को जंग लगा हुआ है। हत्या के मामले से जोड़ा जा रहा हैगौरी लंकेश हत्या प्रकारण की जांच कर रहे विशेष जांच दल (एसआईटी) ने हत्या से पूर्व प्रशिक्षण के लिए उपयोग किए गए पिस्तौल और बंदूकों का पता लगाने जुटा है। जांच के दौरान यह पिस्तौल मिले हैं। गौरी हत्या के मामले में गिरफ्तार आरोपियों से खानापुर तालुक के वन क्षेत्र में पिस्तौल और बंदूक इस्तेमाल से संबंधित प्रशिक्षण प्राप्त करने का मामले पूछताछ के दौरान सामने आया था। महाराष्ट्र के नरेंद्र धाबोलकर और गौरी लंकेश हत्या के मामलों से संबंधित पृथक कार्रवाई की जा रही है। महाराष्ट्र व कर्नाटक के एसआईटी अधिकारियों ने 9 पिस्तौल बरामद किए हैं। पूछताछ के दौरान आरोपियों की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक और चार पिस्तौलों का पता लगाना है। इसके चलते वाघवाड़े गांव में मिले पिस्तौल का प्रशिक्षण के लिए इस्तेमाल करने की आशंका जताई जा रही है। एसआईटी सूत्रों के अनुसार पिस्तौल मिलने पर एसआईटी अधिकारियों के बेलगावी आकर जांच करने की सम्भावना है। पिस्तौलों को विधि विज्ञान प्रयोगालय भेज कर जानकारी प्राप्त की जाएगी।इनका कहना हैवाघवड़े गांव में मिले पिस्तौल पुराने हैं तथा देशी मॉडल के हैं। उनके इस्तेमाल किए जाने के बारे में जांच की जाएगी। [typography_font:14pt;” >-बी.एस. लोकेश कुमार, पुलिस आयुक्त, बेलगावी शहर,