आधुनिक तकनीक अपनाएं
उन्होंने कहा कि समाज के स्वास्थ्य की रक्षा में पुलिस का कार्य महत्वपूर्ण है। सुबह 9 से शाम 5 बजे तक का कार्य उनका नहीं है। दिन के 24 घंटे भी कार्यरत रहते हैं। अनुशासन तथा कर्तव्य निष्ठा के लिए प्रतिबध्द रहने वाले पुलिस कर्मियों का त्याग बलिदान स्मरणीय है। हुब्बल्ली-धारवाड़ महानगर में पुलिस अच्छा कार्य कर रही है। पुलिस विभाग को आधुनिक तकनीक अपनाना चाहिए।21 अक्टूबर को पुलिस शहीद दिवस मनाया जाता है
हुब्बल्ली-धारवाड़ महानगर पुलिस आयुक्त आर. दिलीप ने कहा कि 21 अक्टूबर 1959 को लद्दाख की भारत तिब्बत सीमा पर गश्त लगा रहे सीआरपीएफ के दस्ते पर चीनी सेना ने हमला किया था। समुद्र तट से लगभग 16 हजार फीट ऊंचाई पर हुए इस युध्द में अत्यधिक ठंड और कठोर परिस्थितियों में साहस के साथ संघर्ष करते हुए सीआरपीएफ के दस जवान शहीद हुए। शहीद हुए इन जवानों की याद में शहीद स्मारक का निर्माण कर हर वर्ष शहीदों को सम्मान दिया जाता है। 21 अक्टूबर को देश भर में पुलिस शहीद दिवस मनाया जाता है।शहीद पुलिस के नाम पढ़े
उन्होंने कहा कि एक सितम्बर 2018 से 31 अगस्त 2019 तक देश भर में 292 पुलिस कर्मी शहीद हुए हैं। कर्नाटक में 12 पुलिस कर्मी कर्तव्य के दौरान शहीद हुए हैं। इसके बाद शहीद पुलिस के नाम पढ़े।शहीदों के सम्मान में हवा में तीन राउंड गोली दाग कर दो मिनट का मौन रखा गया। पुलिस वाद्य दल की ओर से राष्ट्रगीत, लीड काइंडली लाइट, अवाइड वित मी गीतों की धून बजाई गई।
इस अवसर पर पुलिस उपायुक्त नागेश डीएल, शिवकुमार गुणारे, एसवाई यादव समेत पूर्व सांसद प्रो. आईजी सनदी, वरिष्ठ पुलिस अधिकारी, सेवा निवृत्त पुलिस अधिकारी व पुलिस कर्मी उपस्थित थे।