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त्योहारों के चलते सोने का कारोबार चमका

locationहुबलीPublished: Oct 16, 2021 01:24:07 am

Submitted by:

S F Munshi

त्योहारों के चलते सोने का कारोबार चमका

त्योहारों के चलते सोने का कारोबार चमका

त्योहारों के चलते सोने का कारोबार चमका

त्योहारों के चलते सोने का कारोबार चमका
-राज्य के सभी सर्राफा बाजारों में ग्राहकों की भीड़
कोल्हापुर
कोरोना की दूसरी लहर का प्रभाव अब कम हो गया है। इससे धीरे-धीरे निर्बंध भी कम हो रहे हैं। सर्राफा व्यवसाय अब पूर्व की स्थिति पर आ रहा है। राज्य के सभी व्यापारी बाजारपेठों में ग्राहकों की भीड़ बढ़ रही है। दशहरा-दिवाली के चलते एक बार फिर सोना और सर्राफा बाजार में चमक आ गई है।
मुंबई का झवेरी बाजार देशभर में प्रसिद्ध है। कोल्हापुर, सांगली, सातारा, पुणे, मुंबई, नागपुर, नगर, नासिक, जलगांव और औरंगाबाद की सर्राफा पेठ प्रसिद्ध है जबकि स्थानीय स्तरों पर बनने वाले सोने-चांदी के गहनों में कोल्हापुरी, नागपुरी, वरहाड़ी, पुणेरी की विशिष्ट कला कुसर और धाटणी प्रसिद्ध है। साथ ही में मराठवाड़ा, विदर्भ, पश्चिम महाराष्ट्र, कोकण और मुंबई आदि जगहों की ग्राहकों की पसंद और मांग के अनुसार गहने बनाने का काम अब तेजी से चल रहा है।
अब दक्षिणात्य फैशन के बड़े आकार के गहनों का क्रेज है। अब तो चोकर, टेंपल ज्वेलरी ऐसे गहनों की भी ज्यादा मांग है ऐसा महाराष्ट्र सर्राफा व सुवर्णकार महामंडल के संभागीय अध्यक्ष भरत ओसवाल ने बताया।
हीरा, डायमंड के गहनों की मांग बढ़ी
सोने-चांदी के गहने के साथ हीरा, डायमंड के गहनों की गए कुछ सालों में मांग बढ़ी है। प्राचीन ग्रंथों में हीरा, मोती, प्रवाल, गोमेद, इंद्रनील (नील), पुष्कराज, पाचू और माणिक, वैदूर्य ये नौ महारत्न माने जाते हैं। रत्न के सभी प्रकार आज भी लोकप्रिय है। जबकि यह रत्नों को गहनों में बिठाकर पहनाने की भी मांग है।
सोने पर केंद्र की नजर
भरत ओसवाल ने बताया कि अब सोने के सभी गहनों को केंद्र सरकार की ओर से हॉलमार्क और एचयूआईडी सख्ती का किया है। इससे पहले ग्राहकों की मांग के अनुसार उनको जरूरी गहने तैयार कर दिए जाते थे। अब सभी गहनों के लिए एचयूआईडी की सख्ती किए जाने से इन सभी गहनों का पंजीकरण केंद्र सरकार की ओर होगा।

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