ऑपरेशन कमल से बनाई है सरकार[typography_font:14pt;” >हुब्बल्लीपूर्व मंत्री डी.के. शिवकुमार ने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी ने ‘ऑपरेशन कमल’ कर राज्य में सरकार बनाई है। वे हुब्बल्ली में गुरुवार को हवाईअड्डे पर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार के जाने के पश्चात पहली बार मैं यहां आया हूँ। हमारी सरकार रहेगी समझा था, परंतु भाजपा ने अच्छा ऑपरेशन कर सरकार बनाई है। मैं यहां पर निजी कार्यक्रम में भाग लेने आया हूँ परंतु मेरे संकट के समय में सहयोग देते हुए संघर्ष करने वाले लोगों का आभार जताने के लिए एक कार्यक्रम का आयोजन किया है। डीके ने कहा कि लोकतंत्र में जो नहीं होना था हो चुका है। उस बारे में बाद में बात करूंगा। यहां के लोगों ने पिछले कई वर्षों से महादयी जल के लिए आंदोलन करते आए हैं। इस क्षेत्र के मंत्री जगदीश शेट्टर, गृह मंत्री बसवराज बोम्माई, केन्द्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी, केन्द्रीय रेल राज्य मंत्री सुरेश अंगडी सत्ता में होने से शक्तिशाली हैं। इसके बावजूद वे महादयी के संबंध में आंदोलन नहीं कर रहे हैं। शिवकुमार ने कहा कि भाजपा मंत्री डर कर मुह नहीं खोल रहे हैं। इसके चलते उन सभी को अपने पदों से इस्तीफा देना चाहिए। वे मंत्री रहने के योग्य नहीं हैं। न्यायाधिकरण का फैसला होने के बावजूद एक गजट नोटिफिकेशन करना चाहिए था। भाजपा नेता सभी को डीसीएम बनाएंगे मंत्री बनाएंगे कहते हैं, जबकि उनसे एक छोटा काम भी नहीं होपाता है। मंत्री बनाएंगे का लालच देना भी भ्रष्टाचार ही है। उपचुनाव के लिए दौराउप चुनाव के उपलक्ष्य में गुरुवार तथा शुक्रवार को उत्तर कर्नाटक में प्रचार के लिए आए पूर्व मंत्री डी.के. शिवकुमार का हुब्बल्ली एयरपोर्ट में हुब्बल्ली-धारवाड़ महानगर एवं ग्रामीण जिला कांग्रेस कमेटी की ओर से भव्य स्वागत किया गया। ईडी जांच के पश्चात पहली बार शहर को आए डीके शिवकुमार से मिलने बड़ी संख्या में कार्यकर्ता व नेता पहुंचे थे। हुब्बल्ली एरपोर्ट से सम्मेलन स्थल गोकुल गार्डन तक बाइक रैली निकाली गई। रैली में डीके के समर्थन में नारे लगाए गए। महा नगर जिला कांग्रेस शहर अध्यक्ष अल्ताफ हल्लूर, ग्रामीण अध्यक्ष अनिलकुमार पाटील, कांग्रेस विधायक कुसुमावती शिवल्ली, प्रसाद अब्बय्या, श्रीनिवास माने, कांग्रेस नेता वीरण्णा मत्तिकट्टी, दीपा नागराज गौरी, गणेश टगरगुंटी, सदानंद डंगनवर, अनवर मुधोळ, सतीश मेहरवाडे, शाकिर सनदी, राजशेखर मेणसिनकाई, राबर्ट दद्दापुरी, बसवराज मलकारी, अल्ताफ कित्तूर, स्वाती मळगी आदि उपस्थित थे।