सामान्य से अधिक बारिश
अधिकारियों का कहना है कि धारवाड़ जिले में इस बार जुलाई में 126.03 मिलीमीटर (मिमी) सामान्य बारिश होनी चाहिए थी परन्तु 171.02 मिमी बारिश हुई है। यह सामान्य से 36 प्रतिशत अधिक है। बारिश पर निर्भर फसलों के लिए प्रति हेक्टेयर के लिए 6,800 रुपए, सिंचाई निर्भर फसलों के लिए प्रति हेक्टेयर के लिए 13,500 रुपए तथा लम्बे समय की फसलों के लिए प्रति हेक्टेयर 18,000 रुपए मुआवजा मिलेगा। तबाही की संपूर्ण रिपोर्ट आनी है।बागवानी फसल हुई बर्बाद
जिले में लगभग 301 किसानों की 175.35 लाख रुपए लागत की बागवानी फसल बर्बाद हुई है। प्याज 50 हेक्टेयर, सूखी लाल मिर्ची 40 हेक्टेयर, हरी मिर्ची 36 हेक्टेयर, टमाटर 15.2 हेक्टेयर, फूल की फसल 16.8 हेक्टेयर, अमरुद दो हेक्टेयर, केले की 15.4 हेक्टेयर फसल बर्बाद हुई है।
-काशीनाथ भद्रण्णवर, उपनिदेशक, बागवानी विभाग
कृषि फसलों को हुआ नुकसान
धारवाड़ जिले में मक्का 3,846.82 हेक्टेयर, सोयाबीन 3,046.62 हेक्टेयर, मूंग 11,278, मूंगफली 1,579 हेक्टेयर, कपास 1,868 हेक्टेयर, उड़द 240 हेक्टेयर, तुअर 30 हेक्टेयर, धान 671.54 हेक्टेयर, गन्ना 487 हेक्टेयर, अन्य 192 हेक्टेयर कृषि फसलों को नुकसान हुआ है।
-आईबी राजशेखर, संयुक्त निदेशक, कृषि विभाग