छह साल में गदग के विकलांगों के विकास का लक्ष्य[typography_font:14pt;” >हुब्बल्लीगदग जिले में आगामी ६ साल में ३००० विकलांगों के समग्र विकास का प्रयास किया जाएगा। डील फाउंडेशन के इंग्लैंड में कार्यक्रम सलाहकार के रूप में कार्यरत निक एड्वर्ड ने यह बात कही। एडवर्ड स्तरीय दिव्यांगों की आजीविका विषयाधारित संगोष्ठी के उद्घाटन समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि पहले से ही डील फाउंडेशन की ओर से डंबल राजस्व केंद्र में ४४६ दिव्यांग परिवारों को चिह्नित किया गया है। जिले के १० राजस्व केंद्रों में अभी कार्य बाकी है। कर्नाटक कृषि विश्वविद्यालय प्राध्यापक डॉ. आर.एस. गिरड्डी ने कहा कि मेवुंडी स्थित डील फाउंडेशन दिव्यांगों की समग्र विकास के लिए प्रयासरत है। कृषि, बागवानी व सिलाई जैसे कई प्रशिक्षण मुहैया करवाकर दिव्यांगों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए कई प्रशिक्षण दिया जा रहा है। कृषि विश्वविद्यालय की ओर से इस कार्य में तकनीकी सहयोग देने का आश्वासन दिया। संगोष्ठी में शामिल कुमारी अग्निस ने कहा कि वे विप्रो जैसी कंपनी की नौकरी को त्याग कर डील फाउंडेशन से जुड़ गई। संगोष्ठी का लाभ कृषि विश्वविद्यालय स्नातक विभाग की छात्राओं ने लिया। धारवाड़ की वैज्ञानिक डॉ. शोभा नागनूर, डॉ. लता पुजार, डॉ. साधना कुल्लोल्ली तथा डॉ. गीता चन्नाल ने कई महत्वपूर्ण बातें बताई। कृषि विश्वविद्यालय के वैज्ञानिक डॉ. जावेद मुल्ला, डॉ. सी.के. वेणुगोपाल, डॉ. सी.एफ. रफी, एस.ए. सोडीशेट्टर ने विचार व्यक्त किए। डील फाउंडेशन के मिलिंद, किरण पाटील, उमा शिरोल, आनंद व वरुण आदि ने अनुसंधान के परिणाम की घोषणा की। अंत में के.आई. कुरुगोड ने धन्यवाद ज्ञापित किया।