नागरिकता के दस्तावेज नहीं बताऊंगा[typography_font:14pt;” >हुब्बल्ली-मंगलूरुसेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी हर्ष मंदर ने कहा है कि देश में किसी को भी देशप्रेम साबित करने को लेकर पूछने का अधिकार नहीं है। इसलिए हम महात्मा गांधी के असहयोग सिद्धांत के तहत हमारी नागरिकता के दस्तावेज किसी को नहीं बताएंगे। हर्ष मंदर मंगलूरु के अड्यार कण्णूर स्थित शाह मैदान में दक्षिण कन्नड़ तथा उडुपी जिला मुस्लिम सेंट्रल कमेटी तथा समान विचारधारा संगठनों की ओर से आयोजित रैली को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि यह मौजूदा तीन काले कानूनों के खिलाफ हमारा आंदोलन नहीं है। यह सौ वर्ष पूर्व ही आरम्भ हुआ है। भारत को हिन्दुओं का इनमें भी सवर्णियों का देश बनाकर, शेष लोगों को गुलाम बनाने की भाजपा की साजिश के खिलाफ हमारा आंदोलन है। किसी प्रकार की अशांति, हिंसा किए बिना आंदोलन को जारी रखेंगे। मानवाधिकार आंदोलनकारी शिवसुंदर ने कहा कि वर्ष 2004 में तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार ने एनआरसी नियम बनाया था। बाद में सत्ता में आई कांग्रेस सरकार के इसे रद्द नहीं करने के कारण अब कानून बनाया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह झूठ ही कहते जा रहे हैं। यह केवल मुस्लिम विरोधी नहीं, मानव विरोधी है। एनआरपी लागू नहीं करने को लेकर कांग्रेस को संसद में रोकना चाहिए। हम सड़कों पर आंदोलन करेंगे। सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी कण्णन गोपीनाथन ने कहा कि देश का संविधान तथा धर्मनिरपेक्ष सिध्दांतों की रक्षा करना केवल मुसलमानों की जिम्मेदारी नहीं है, हिन्दु, मुस्लिम, ईसाई सभी को मिलकर रक्षा करनी चाहिए। पूरा देश उठ खड़ा होना चाहिए। सभी धर्मों, तबकों का शांति का बगीचा बने भारत को प्रधानमंत्री मोदी तथा गृहमंत्री अमित शाह धर्म के नाम पर देश बंटवारा करने निकले हैं। अधिवक्ता सुधीर कुमार मरोली ने कहा कि येडियूरप्पा कह रहे हैं कि भाजपा की ओर से लाए गए नागरिकता संशोधन कानून से मुसलमानों को समस्या नहीं होगी। उनकी बात मानकर खामोश बैठे रहें तो हमें नेत्रावती नदी में कूद कर जान देनी पड़ सकती है। गांव-गांव जाकर सीएए के खिलाफ जागरूकता पहुंचाएंगे। दक्षिण कन्नड़ जिले के काजी ख्वाजा अहमद मख्तियार ने दुआ कर रैली का आगाज किया। उडुपी जिले के काजी बेकल इब्राहिम मुख्तियार ने रैली का उद्घाटन किया। मुस्लिम सेंट्रल कमेटी के अध्यक्ष केएस मुहम्मद मसूद की अध्यक्षता में आयोजित रैली में विभिन्न संगठनों के प्रमुख डॉ. अब्दुल रशीद जैनी, यूके अब्दुल अजीज दारिमी, मुहम्मद शाकिब, एमजी मुहम्मद, रफीउद्दीन कुद्रोली, बीके इम्तियाज आदि ने भी विचार व्यक्त किए।मुस्लिम सेंट्रल कमेटी के उपाध्यक्ष इब्राहिम कोडिजाल ने स्वागत किया। यू.एच. उमर ने मांगों को पेश किया। बीए मुहम्मद अली ने कार्यक्रम का संचालन किया तथा उपाध्यक्ष बीएम मुमताज अली ने आभार जताया।