तबलीगी नहीं आते तो बेलगावी ग्रीन जोन होता
तबलीगी नहीं आते तो बेलगावी ग्रीन जोन होता
-जिला प्रभारी मंत्री जगदीश शेट्टर ने कहा
बेलगावी

तबलीगी नहीं आते तो बेलगावी ग्रीन जोन होता
बेलगावी
उद्योग एवं जिला प्रभारी मंत्री जगदीश शेट्टर ने कहा कि दिल्ली निजामुद्दीन तबलीगी मरकज से नहीं लौटे होते तो बेलगावी में एक भी कोरोना का मामला सामने नहीं आता था। साथ ही बेलगावी ग्रीन जोन में रहता था।
बेलगावी में गुरुवार को कोरोना लैब, कोरोना वार रूम, मोबाइल फीवर क्लिनिक का उद्घाटन कर पत्रकारों से बातचीत करते हुए मंत्री शेट्टर ने कहा कि हिरेबागेवाड़ी-कुड़ची में ही 32-36 कोरोना मामले पाए गए हैं। हिरेबागेवाड़ी के चार, कुड़ची के चार परिवारों को छोडकऱ दूसरा कोई भी कोरोना का मामला सामने नहीं आया है।
उन्होंने कहा कि उपमुख्यमंत्री लक्ष्मण सवदी ने परिवहन विभाग की ओर से स्वास्थ्य सेवा से संबंधित तीन बसों को दिया है। तीन बसों में मोबाइन फीवर क्लिनिक में लोगों को स्वास्थ्य सेवा दी जाएगी। कोरोना वायरस से संबंधित कोई भी समस्या होने पर बेलगावी कोविड-19 हेल्पलाइन संख्या 08312436960 पर कॉल कर सकते हैं। कोरोना वार रूम का भी उद्घाटन किया है। इसी प्रकार सिटीजन मोबाइन एप के जरिए रेडजोन इलाकों, जरूरी सामानों की उपलब्धता, सरकारी सुविधाएं, कोविड के खिलाफ सुरक्षा तथा रोकथाम, स्वास्थ्य एवं आपात सेवा की जानकारी इस एप से प्राप्त कर सकते हैं। इतना ही नहीं कोरोना के आंकड़े, संक्रमितों के प्राथमिक तथा द्वितीय संपर्क में रहने वालों की सभी जानकारी उपलब्ध होगी।
शहर के नेहरू नगर स्थित भारत सरकार के स्वास्थ्य अनुसंधान, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के आईसीएमआर-राष्ट्रीय पारंपरिक किकित्सा विज्ञान संस्था परिसर में जिले को नए से मंजूर हुए कोविड-19 से संबंधित बलगम के नमूनों की जांच करने वाली प्रयोगशाला शुरू की गई है। फिलहाल प्रतिदिन 90 नमूनों की जांच की क्षमता इस प्रयोग शाला में है।
इस अवसर पर केंद्रीय रेल राज्य मंत्री सुरेश अंगडी, उपमुख्यमंत्री लक्ष्मण सवदी, विधान परिषद के सरकार के मुख्य सचेतक महांतेश कवटगिमठ, राज्यसभा सदस्य डॉ. प्रभाकर कोरे, चिक्कोडी सांसद अण्णासाहेब जोल्ले, विधायक सतीश जारकिहोली, दुर्योधन ऐहोले, महादेवप्पा यादवाड, अनिल बेनके, अभय पाटील, प्रादेशिक आयुक्त आमलान आदित्य बिस्वास, कोविड-19 नियंत्रण कार्रवाई प्रभारी उत्तर पश्चिम कर्नाटक राज्य पथ परिवाहन निगम के निदेशक राजेंद्र चोळन, जिलाधिकारी डॉ. एसबी बोम्मनहल्ली, जिला पंचायत मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. राजेंद्र के.वी., आईसीएमआर-राष्ट्रीय पारंपरिक चिकित्सा विज्ञान संस्था के निदेशक डॉ. देवप्रसाद चट्टोपाध्याय समेत कई उपस्थित थे।
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