सुविधा उपलब्ध होंगी
दिल्ली की डिजाइन एसोसिएट्स नामक संस्था ने भवनों का डिजाइन बनाया है। हवा, रोशनी अच्छी तरह से आए इसके लिए प्रकृति को प्राथमिकता दी गई है। चार चरणों में भवन निर्माण कार्य चलेगा। प्रथम चरण में लगभग 114 करोड़ रुपए के कार्य प्रगति में हैं। कुल चार हजार विद्यार्थी, कई कोर्सों के लिए सुविधा उपलब्ध हो ऐसे परिसर का निर्माण किया जाएगा।दो कोर्स
फिलहाल अस्थाई परिसर में एक बैच में कुल दो सौ विद्यार्थियों को प्रवेश दिया जा रहा है। बी-टेक कम्प्यूटर साइंस तथा बी-टेक इलेक्ट्रॉनिक्स एवं कम्यूनिकेशन्स नामक दो कोर्स पढ़ाकर डिग्री प्रदान की जा रही है। जुलाई 2019 में प्रथम बैच के विद्यार्थी डिग्री के साथ आईआईआईटी धारवाड़ से बाहर गए हैं। जुलाई 2020 के लिए दूसरा बैच तैयार होगा। उसी दौरान नए तथा खुद से कैंपस (परिसर) को स्थानांतरित होने से विद्यार्थियों की खुशी दुगुनी हुई है।कुछ ही माह में कार्यरूप में आएग
केंद्र सरकार 50 प्रतिशत, राज्य सरकार 35 प्रतिशत तथा औद्योगिक साझेदारी (कियोनिक्स) 15 प्रतिशत हिस्सेदारी में धारवाड़ आईआईआईटी गतिविधि चल रही है जिसमें 21 प्राध्यापक कार्य कर रहे हैं। खुद के भवन को स्थानांतरित होने के बाद अधिक कोर्स आएंगे। इसके हिसाब से विद्यार्थियों की संख्या में भी बढ़ोतरी होगी। सूचना तकनीक के क्षेत्र में और अधिक सफलता हासिल कर माहिरों को तैयार करने के लिए केंद्र सरकार की ओर से मंजूर किए गए 20 आईआईआईटी में धारवाड़ भी एक है। इसका स्थाई परिसर कुछ ही माह में कार्यरूप में आएगा।इनका कहना है
केंद्र तथा राज्य सरकार की ओर से स्थाई परिसर निर्माण कार्य जोरों से चल रहा है। स्थाई परिसर जुलाई 2020 तक तैयार हो जाएगा। वहां विभिन्न पेड़-पौधे उगाने, बारिश के पानी का सदुपयोग समेत बेहद सुंदर परिसर निर्माण होगा।
–डॉ. कवि महेश, निदेशक, आईआईआईटी धारवाड़