लगातार बारिश ने बनाए बाढ़ के हालात -खतरे के निशान से ऊपर बह रही तुंगा नदी -कई कॉलोनियों-बस्तियों में मकानों में घुसा पानी शिवमोग्गा पहाड़ी क्षेत्र में लगातार हो रही बारिश की वजह से जनजीवन प्रभावित हुआ है। अधिकतर नदियां-नहरें व बांध भर चुके हैं। बांधों से छोड़ा जा रहा पानी कॉलोनियों-बस्तियों में मकानों में घुसने से लोग त्राहि-त्राहि कर रहे हैं। नदियां उफनी पहाड़ी क्षेत्र में लगातार हो रही बारिश की वजह से तुंगा, भद्रा, शरावती, दंडावती, कुमद्वती, वरदा नदी लबालब होकर उफनने लगी है। जलाशय के भीतरी बहाव में बढोत्तरी हुई है। बांधों से छोड़ा अतिरिक्त पानी गाजनूरु तुंगा बांध से बड़ी मात्रा में पानी बाहर छोड़ा जा रहा है। शिवमोग्गा शहर से निकली तुंगा नदी खतरे से स्तर से ऊपर बह रही है। यदि बांध का बाहरी बहाव बढ़ा तो शहर के निचले हिस्से में स्थित कई आवासीय क्षेत्र में पानी भर सकता है। शिवमोग्गा शहर के बाहरी क्षेत्र मे स्थित बसवगंगूरु तालाब लबालब है। ढ़लान वाले क्षेत्र के एचबी प्रेस कालोनी में पानी भर गया है। सागर शहर के विनोबानगर, श्रीरामपुर ले आउट में स्थित कई मकानों के भीतर पानी घुस गया है। तीर्थहल्ली शहर के बालेबैलु के निकट निचले क्षेत्र में कई इमारतें पानी से घिर गई हैं। बांधों में लगातार पानी की आवक राज्य के पनबिजली उत्पादन इकाई केंद्र लिंगनमक्की में भीतरी बहाव की रिकार्ड आमद हुई। शुक्रवार सुबह बांध के भीतरी बहाव में 1,51,000 क्यूसेक की बढ़ोत्तरी हुई। बांध का जल स्तर 1800 (अधिकतम स्तर 1819) फीट तक पहुंच चुका है। बाहरी बहाव को स्थगित कर इसका उपयोग पन बिजली निर्माण के लिए किया जा रहा है। तुंगा जलाशय का भीतरी बहाव 60 हजार क्यूसेक है इतनी ही मात्रा में पानी होसपेटे के टीबी बांध में छोड़ा जा रहा है। वाटरशेड रेंज में बारिश तेज हुई है। भारी मात्रा में पानी बांध में आ रहा है। भद्रा बांध का जलस्तर 171.1 (अधिकतम स्तर 186) फीट तक पहुंच चुका है। फिलहाल 39,286 क्यूसेक भीतरी बहाव है, 478 क्युसेक पानी बाहर छोड़ा जा रहा है। बारिश के कारण बांध का जो पानी केनाल में बहाया जाता था उसे अस्थाई रूप से स्थगित किया गया है। शिवमोगा में 57 मि मी, भद्रावती 50.20 मिमी, तीर्थहल्ली में 171.80 मिमी, सोरब में, 190 मिमी, मरीन 228.60 एमएम, शिकारीपुर 120. 20 एमएम और होसानगर तालुक में 210 मिमी बारिश हुई है।