विश्व की श्रेष्ठ विरासत है भारतीय परम्परा
हुबलीPublished: Feb 11, 2023 07:03:13 pm
विश्व की श्रेष्ठ विरासत है भारतीय परम्परा


विश्व की श्रेष्ठ विरासत है भारतीय परम्परा
विश्व की श्रेष्ठ विरासत है भारतीय परम्परा
-रंगमंच के कलाकार टी.एस. नागाभरण ने कहा
शिवमोग्गा
रंगमंच कलाकार टी.एस. नागाभरण ने कहा है कि भारतीय परम्परा विश्व की श्रेष्ठ विरासत है। वर्तमान में भारतीय श्रेष्ठ परम्परा की विश्व भर में सराहना हो रही है।
वे शिवमोग्गा के सागर स्थित श्रीमारिकांबा देवी जात्रा महोत्सव के चलते सागर के नगर परिषद परिसर के मारिकांबा कला मंच में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम का उद्घाटन कर बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि एक दौर ऐसा भी था कि भारतीय परम्परा को घटिया समझा जाता था। भारतीय विषय और विचारधारा को सही नहीं माना जाता था। वर्तमान में भारतीय संस्कृति और परम्परा को लोगों के अच्छे से समझने के बाद दुनिया भर में हमारे देश की परम्परा के आगे सभी नतमस्तक हुए हैं। सारी दुनिया को विश्वमानव सिध्दांत का प्रचार कन्नडिग़ाओं ने किया है। आदिकवि पम्प से लेकर आज तक सभी ने विश्व मानव संदेशों का प्रसार किया है। भारत के विश्व गुरु बनने की दिशा में भारतीय परम्परा तथा श्रद्धा केन्द्रों के आचरण बहुत जरूरी हैं।
उन्होंने कहा कि व्यक्ति निष्ठा, आत्मसंवेदना हो तो समाजमुखी चिंतन कर सकते हैं। समूचे समाज को जीवनमुखी बनाना जात्रा का उद्देश्य है। संस्कृति का मतलब ही सागर है। संस्कृति, साहित्य, धार्मिक, प्राकृतिक रूप से भी सागर अत्यंत भव्य होता है। सांस्कृतिक मंच के जरिए स्थानीय युवा प्रतिभावान कलाकारों को सही प्रोत्साहन देना चाहिए। आगामी दिनों में अद्भुत मंच के तौर पर विकसित होगा।
पूर्व मंत्री कागोडु तिम्मप्पा ने कहा कि सागर मारिकांबा जात्रा अत्यंत सफलतापूर्वक चल रहा है। सांस्कृतिक मंच के जरिए कलाकारों को प्रोत्साहित करने का कार्य किया जा रहा है जो सराहनीय है। हजारों की तादाद में सागर जात्रा को श्रद्धालूओं का आगमन हो रहा है।
विधान परिषद सदस्य भारती शेट्टी ने कहा कि राज्य के सबसे बड़े जात्रा महोत्सव में सागर का मारिकांबा जात्रा प्रमुख है। सिरसी जात्रा के अलावा अत्यंत धूमधाम से मारिकांबा जात्रा का आयोजन सागर में होता है। सागर धार्मिक शक्ति केन्द्र है।
श्री मारिकांबा जात्रा समिति के अध्यक्ष के.एन. नागेंद्र ने कार्यक्रम की अध्यक्षता कर विचार व्यक्त किया। मधुरा शिवानंद, श्री मारिकांबा जात्रा समिति के महा सचिव गिरिधर राव, कोषाध्यक्ष नागेंद्र कुमटा, सांस्कृतिक समिति के संचालक लोकेश कुमार गुडिगार, उपाध्यक्ष वी. शंकर, सह सचिव आनंद, वस्तु प्रदर्शनी समिति के संचालक तारामूर्ति, प्रमुख ललितम्मा, भावना संतोष, वी. महेश, तुकाराम आदि उपस्थित थे।
..................................................