अब कर्नाटक में श्वेताम्बर जैन समुदाय को भी मिलेगा अल्पसंख्यक का लाभ
हुबलीPublished: Sep 17, 2023 07:30:03 pm
कर्नाटक सरकार का स्पष्टीकरण
आधिकारिक संचार की कमी के चलते अल्पसंख्यक प्रमाण-पत्र मिलने में हो रही थी दिक्कत


Jain Shwetambar
हुब्बल्ली. कर्नाटक सरकार के अल्पसंख्यक कल्याण विभाग ने कर्नाटक में जैन समुदाय के अल्पसंख्यक को लेकर विशेष स्पष्टीकरण जारी किया हैं। इस स्पष्टीकरण में स्पष्ट रूप से श्वेतांबर जैन समुदाय को अल्पसंख्यकों के रूप में शामिल करने की बात कही गई है। अल्पसंख्यक प्रमाणपत्र मिलने से उन्हें कर्नाटक सरकार की विभिन्न योजनाओं का लाभ मिल सकेगा।
कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व महासचिव एवं राज्य प्रचार समिति के समन्वयक पारसमल जैन ने रविवार को यहां हुब्बल्ली में संवाददाता सम्मेलन में यह जानकारी दी। जैन ने बताया कि एक प्रतिनिधिमंडल पिछले दिनों कर्नाटक में श्वेतांबर जैन समुदाय के सामने आने वाले मुद्दों को लेकर बेंगलूरु में आवास, वक्फ एवं अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री और कर्नाटक अल्पसंख्यक विकास निगम के चेयरमैन बी. जेड. जमीर अहमद खान से मिला था और उन्हें ज्ञापन सौंपकर कर्नाटक में श्वेताम्बर जैन समुदाय को भी अल्पसंख्यक कोटे से मिलने वाले लाभ दिलाने की मांग की थी। हालांकि जैन समुदाय पहले से अल्पसंख्यक में शामिल है। ज्ञापन में कर्नाटक में श्वेताम्बर जैन समुदाय की विभिन्न मांगों एवं समस्याओं की ओर ध्यान दिलाते हुए उन्होंने कहा कि कर्नाटक में केवल दिगम्बर जैन समुदाय को ही अल्पसंख्यक कोटे का लाभ मिल रहा था। श्वेताम्बर जैन समुदाय को राज्य में अल्पसंख्यक श्रेणी में कोई लाभ नहीं मिल रहा था। इसलिए श्वेताम्बर जैन समुदाय को भी उन सुविधाओं का लाभ दिलाने की मांग की थी जो अल्पसंख्यक समुदाय को दी जा रही है। जैन ने बताया कि तहसीलदारों के साथ आधिकारिक संचार की कमी के कारण हमें अल्पसंख्यक प्रमाण पत्र और कर्नाटक सरकार की ओर से प्रदान किए जाने वाले लाभों से वंचित कर दिया गया था। अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री जमीर अहमद खान ने तुरंत सरकार को मामले की जांच करने और आधिकारिक स्पष्टीकरण जारी करने का निर्देश दिया था जिससे श्वेतांबर जैन समुदाय को भी अल्पसंख्यक का दर्जा मिल सके।
केन्द्र में जैन समाज को पहले ही अल्पसंख्यक का दर्जा दिया जा चुका है। जिसके तहत उन्हें केंद्र की विभिन्न योजनाओं का लाभ मिल रहा है। गौरतलब है कि वर्ष 2011 की जनगणना के मुताबिक देश की कुल आबादी में जैन समुदाय की हिस्सेदारी महज 0.4 फीसदी ही है। हालांकि इससे अधिक की हिस्सेदारी वाले समाज पहले ही अल्पसंख्यक की श्रेणी में शामिल हो चुके हैं। इस अवसर पर जैन स्थानकवासी संघ हुब्बल्ली के अध्यक्ष उकचंद बाफना, आदिनाथ जैन मंदिर हुब्बल्ली के अध्यक्ष रमेश बाफना, दादावाड़ी जैन संघ हुब्बल्ली के सचिव पुखराज कवाड, तेरापंथ महासभा हुब्बल्ली के पूर्व अध्यक्ष महेंद्र पालगोता, सुमतिनाथ जैन संघ हुब्बल्ली के अध्यक्ष कांतिलाल जैन, सुमतिनाथ जैन संघ हुब्बल्ली के सचिव दिनेश संघवी, रमेश ओस्तवाल, बिपिन पाटिल समेत अन्य गणमान्य लोग शामिल थे।
आदिनाथ जैन मंदिर हुब्बल्ली के अध्यक्ष रमेश बाफना ने कहा कि जैन पर्व पर्युषण के अवसर पर इस विशेष घोषणा ने हमारे उत्सवों को और भी अधिक रोशन कर दिया है। हमें पूरी उम्मीद है कि यह निर्णय कर्नाटक में श्वेतांबर जैन समुदाय के कई छात्रों, महिलाओं और परिवारों के लिए सकारात्मक बदलाव लाएगा और उन्हें लाभ दिलाएगा।