आतंकियों को पनाह देने वाले देशद्रोही
उन्होंने कहा कि राम, सीता, हनुमान समेत हिन्दुओं के पूजनीय भगवानों को गलत तौर पर पेश कर लिखा जा रहा है। राष्ट्रगीत नहीं गाकर देश को सम्मान नहीं देने को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता बताया जा रहा है। पूर्व में भी ऐसी बातों तथा निंदाओं के लिए कोई भी प्रतिक्रिया व्यक्त नहीं करते थे परन्तु अब समय बदला है। इसके बाद भी देश तथा समाज तोडऩे वाले ऐसों के बारे में सतर्क रहकर देश का निर्माण करना चाहिए। आरएसएस के सपनों के भारत को साकार बनाने के लिए केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाली संविधान की धारा 370 को रद्द किया है। इसके जरिए हमारे शत्रुओं को मिटाया है। इसके बाद भी देश में जगह-जगह आतंकी हैं। उन्हें पनाह देने वाले देशद्रोही हैं।60 हजार शाखाएं
उन्होंने कहा कि जाति तथा धर्म से ऊपर उठकर सामाजिक समरसता, गो संवद्र्धन, ग्राम विकास, परिवार प्रबोधन तथा धर्म जागरण के जरिए हिन्दू राष्ट्र के परम वैभव को स्थापित करना आरएसएस का लक्ष्य है। इसके लिए संघ ने देश भर में 60 हजार शाखाओं को स्थापित किया है। संघ एक लाख से अधिक गतिविधियों में जुटा है।सेवानिवृत्त पुलिस अधीक्षक ए.आर. बडिगेर ने कहा कि स्वामी विवेकानंद, केशव बलिराम हेगडेवार, गोलवलकर के मार्ग पर हिन्दुओं को संगठित कर रहे आरएसएस का मजबूत देश निर्माण का सपना है। मंच पर हुब्बल्ली-धारवाड़ महानगर संघचालक शिवानंद आवटी उपस्थित थे।