ज्ञान और संस्कृति सिखाती है कला[typography_font:14pt;” >धारवाड़-हुब्बल्लीवरिष्ठ कलाकार गायत्री एम. गौडर ने कहा है कि कला का दायरा काफी विशाल है। कला एक ऐसी चीज है जो ज्ञान के साथ संस्कृति एवं नए विचारों को सिखाती है। वे, धारवाड़ में गुरुवार को सरकारी चित्रकला महाविद्यालय के आर्ट गैलरी में चित्तार कला बळग एवं भारतीय कला केन्द्र के चित्रकला महाविद्यालय के विद्यार्थियों की ओर से आयोजित दो दिवसीय समुह चित्रकला प्रदर्शनी कार्यक्रम का उद्घाटन कर बोल रही थी। उन्होंने कहा कि चित्र कला एवं संस्कृति को दर्शाते हैं। इसके चलते कलाकार में कलाकृति तथा चित्र बनाने से पहले अपने आसपास के नए विचारों तथा बदलते समाज की संस्कृति को समझ कर चित्र बनाने के कौशल होने चाहिए। सरकारी चित्रकला महाविद्यालय के बसवराज कुरियवर ने विचार व्यक्त किए। वरिष्ठ कलाकार एवं चित्तार कला भळग के अध्यक्ष बी. मारूती ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। कार्यक्रम में विजय महांतेश ललितकला महाविद्यालय के प्राध्यापक डॉ. सी.डी. जट्टेण्णवर, भारतीय कला केन्द्र के प्राध्यापक जे.सी. कोटूर, चित्तार कला बळग के सचिव दीपक बी., विभिन्न चित्र कलाकार आदि उपस्थित थे।