अब तक नहीं दी रिपोर्ट
नौ वर्ष पूर्व केंद्र आरम्भ करने के दौरान इस भाग में सरकारी भवन नहीं मिलने के कारण अस्थाई तौर पर इस भवन को दिया गया था। भवन पुराना होने के कारण अच्छी हालात में स्थित सरकारी भवन उपलब्ध करने के लिए महानगर निगम से लेकर जिला प्रशासन तक मांग की गई थी परन्तु अब भवन के कॉलम में दरार नजर आने से कर्मचारी तथा लोगों की जान के संकट को देखते हुए रखरखाव कर रही कम्पनी ने सतर्कता कार्रवाई के तौर पर केंद्र को बंद कर दिया। महानगर निगम अधिकारियों को भवन की समीक्षा कर हालात के बारे में रिपोर्ट देनी चाहिए। सत्रह दिन बीतने के बाद भी अधिकारियों ने लोगों की पीड़ा को गम्भीरता से नहीं समझा है।नहीं मिल रहा वैकल्पिक भवन
केंद्र पुन: आरम्भ होने पर इस भाग के लोगों की समस्या हल हो सकती है। इस भाग में सरकारी भवन नहीं होने से वैकल्पिक व्यवस्था नहीं हो पा रही है। अशोक नगर के डॉ. डीएस कर्की कन्नड़ भवन में केंद्र आरम्भ करने के लिए विरोध व्यक्त होने के चलते यह निर्णय टाल दिया गया। इसके अलावा इस भाग में सरकारी भवन नहीं होना बड़ी समस्या है। अशोक नगर स्थित साहित्य भवन में तैयार किए गए केंद्र को मौका देने की जनता की राय है। अगर इस केंद्र को दूर के भाग में स्थानांतरित किया गया तो लोगों को अनेक परेशानियों से जूझना पड़ेगा।